मैनपुरी। विश्व क्षय रोग दिवस के अवसर पर क्षय रोगियों को गोद लिए जाने के कार्यक्रम का शुभारंभ मा. राज्यपाल उ.प्र. द्वारा लखनऊ से किया गया, जिसके सजीव प्रसारण के उपरांत कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने विभिन्न अधिकारियों, आई.एम.ए. के पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, शैक्षिक संस्थाओं के स्वामियों, अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा क्षय रोग से ग्रस्त 28 व्यक्तियों को मूंगफली, भुना चना, गुड़, सत्तू, तिल, गजक, अन्य न्यूट्रीसिनल सप्लीमेंट के पैकेट उपलब्ध कराते हुए कहा कि अब टीबी की बीमारी लाइलाज नहीं है, इसका समय से इलाज मिलने पर मरीज पूरी तरह सेहतमंद हो रहे है।
कई अधिकारियों ने क्षय रोग से निजात दिलाने हेतु लिया गोद
उन्होने कहा कि यदि किसी व्यक्ति को 15 दिन तक लगातार खांसी रहे, नियमित बुखार आये, रात में पसीना आये, भूख न लगे, लगातार बजन का कम होना खांसी के साथ खून आना, वजन घटना, सीने में दर्द होना, गले में गिल्टी या सूजन आना, शाम को बुखार आना या ठंड लगना, सांस का फूलना आदि इसके लक्षण हैं यदि उक्त लक्षण हो तो क्षय रोग नियन्त्रण केन्द्र आकर निःशुल्क जांच करायें।
वहीं उन्होने कहा कि टीबी के फैलने का एक मुख्य कारण इस बीमारी के लिए लोगों का सचेत न होना और इसे शुरूआती दौर में गंभीरता से न लेना है, टी.बी. की रोकथाम व नियंत्रण के लिए शिशुओं को समय से बीसीजी का टीका लगवाएं, आशंका होने पर नजदीक के सीएचसी में बलगम की जांच कराकर इलाज शुरू कराएं, ताजे फल, सब्जी और कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, वसायुक्त आहार का सेवन कर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाये।
मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार ने कहा कि क्षय नियन्त्रण कार्यक्रम में हर विभाग की भागीदारी सुनिश्चित की जायेगी, सभी सम्बन्धित विभागों को एकजुट होकर स्वास्थ्य विभाग के नेतृत्व में टीबी मुक्त जनपद के लक्ष्य को प्राप्त करने की दिशा में कार्य करेंगे, सबके सम्मलित प्रयासों से बेहतर परिणाम सामने आयेगें, एक दिन टीबी हारेगा-देश जीतेगा। उन्होने कहा कि क्षय रोगियों को शासन की योजनाओं के साथ जोड़ा जायेगा, निःक्षय रोग योजना के तहत उसे चिन्हित कर 500 रू. प्रतिमाह का लाभ उपलब्ध कराया जायेगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. पी.पी. सिंह ने कहा कि विशेष क्षय रोग के अवसर पर क्षय रोगियों को गोद लेने हेतु 01 माह के विशेष अभियान का प्रारंभ हुआ है, इस दौरान जनपद के क्षय रोगियों को विभिन्न इच्छुक लोक परोपकारी, सामाजिक, शैक्षणिक संस्थाओं, गणमान्य नागरिकों, रेडक्राॅस सोसाइटी, टी.बी. एसोसिएसन, औद्योगिक घराने को 01 क्षय रोगी को गोद लिये जाने के अभियान से जोड़ा जायेगा। उन्होने बताया कि रोगियों को गोद लेने वाले चिन्हित व्यक्तियों द्वारा गोद लिये गये क्षय रोगियों को अपने श्रोतों से पौष्टिक आहार न्यूनतम 06 माह अथवा उपचार अवधि पूर्ण होने तक उपलब्घ कराया जायेगा।
क्षय रोग से ग्रसित कु. लवी को जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह द्वारा, कु. दीक्षा राजपूत को पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार राय द्वारा, नितिन शाक्य को मुख्य विकास अधिकारी विनोद कुमार द्वारा, कु. दीक्षा को मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा. पी.पी. सिंह द्वारा, रितु प्रजापति को अपर जिलाधिकारी राम जी मिश्र द्वारा, कु. अनन्या शाक्य को समाज कल्याण अधिकारी डा. इन्द्रा सिंह द्वारा, प्रदीप कुमार को पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष ओंकारनाथ पचैरी द्वारा, अतर सिंह को एनजीओ आराधना गुप्ता द्वारा, कु. पूजा शर्मा को बेसिक शिक्षा अधिकारी कमल सिंह द्वारा, शशि कपूर को जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. राकेश कुमार द्वारा, कु. शैंकी को पूर्व चेयरमैन आलोक गुप्ता द्वारा, प्रीति सोनी गोस्वामी को जिला क्षय रोग अधिकारी डा. आर.पी. सिंह द्वारा, निर्मला देवी को स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी रविन्द्र सिंह गौर द्वारा, नीलम जाटव को आईएमए अध्यक्ष डा. आर.एस. यादव द्वारा, किरण यादव को आईएमए सचिव डा. संजय अग्रवाल द्वारा, मोहिनी देवी को एस.एन. सिंह ए.एम.ओ. द्वारा, शिवानी कश्यप को एनजीओ. रेनू यादव द्वारा, कु. संध्या गोस्वामी पूर्व विधायक अशोक सिंह चैहान द्वारा।
बता दें कि इस मौके पर कु. अनुप्रिया श्रीवास्तव को विनय गांधी केमिस्ट एसोसिएशन द्वारा, सोहेल को जिला विद्यालय निरीक्षक मनोज कुमार वर्मा द्वारा, कृष्णा शर्मा को अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. राजीव राय द्वारा, रीता को माधव तापडि़या राईस मिल द्वारा, चंदन को प्र. चिकित्साधिकारी डॉ. पपेंद्र सिंह द्वारा, राजकुमारी को उप जिलाधिकारी सदर नवोदिता शर्मा द्वारा, सत्यवती सक्सेना को एसीएमओ डॉ. संजीव राय बहादुर द्वारा, शाहिद अली को उद्यमी माधव तापडि़या द्वारा क्षय रोग से निजात दिलाने हेतु गोद लिया गया।
इस अवसर पर मुख्य चिकित्साधीक्षक, अपर मुख्य चिकित्साधिकारी, उप मुख्य चिकित्साधिकारी, एसएमओ, जिला क्षय रोग अधिकारी, यूनीसैफ के पदाधिकारी आदि उपस्थित रहे।