मैनुपरी। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हर वर्ष 28 फरवरी को देश के विकास में वैज्ञानिकों के योगदान को चिह्नित करने और पहचानने के लिए मनाया जाता है। इस दिन, 1928 में, भारतीय भौतिक विज्ञानी चंद्रशेखर वेंकट रमन ने स्पेक्ट्रोस्कोपी के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण खोज की, जिसे रमन प्रभाव कहा जाता है। यह दिन रमन प्रभाव की खोज को समर्पित है।
ज्ञातव्य है कि महान भारतीय वैज्ञानिक सीवी रमन को उनके काम के लिए 1930 में भौतिकी में प्रतिष्ठित नोबेल पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। इस साल राष्ट्रीय विज्ञान दिवस 2022 का विषय सतत भविष्य के लिए विज्ञान और प्रौद्योगिकी में एकीकृत दृष्टिकोण है। 1954 में भारत सरकार ने उन्हें सर्वाेच्च नागरिक सम्मान भारत रत्न से नवाजा।
विज्ञान दिवस के अवसर पर सुदिती ग्लोबल एकेडमी, मैनपुरी के विद्यार्थियों ने विज्ञान प्रयोगशाला में विभिन्न विषयों पर सुंदर सज्जित वैज्ञानिक आलेख एवं माडल प्रदर्शित किये। दुरुह विषयों को अच्छी तरह से आत्मसात करने के लिये आलेख एवं माडल बहुत सहायक होते हैं। भौतिकी के विद्यार्थियों ने रमन प्रभाव पर बहुत ही कलात्मक माडल बनाकर लैब में प्रदर्शित किया।
इस अवसर पर विद्यालय के प्रधानाचार्य डा0 राममोहन ने प्रातःकालीन सभा में डा0 सी वी रमन को श्रद्धान्जलि देते हुये कहा कि विज्ञान दिवस, विज्ञान सप्ताह या इस तरह के आयोजनों का मुख्य उद्देश्य आम लोगों को वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रति जागरूक बनाना तथा उनके बीच वैज्ञानिक दृष्टिकोण का प्रसार करना होता है।
जनसामान्य में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करना हमारे मौलिक कर्तव्यों में से भी एक है। हमारे संविधान निर्माताओं ने यही सोचकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण को मौलिक कर्तव्यों की सूची में शामिल किया होगा कि भविष्य में वैज्ञानिक सूचना एवं ज्ञान में वृद्धि से वैज्ञानिक दृष्टिकोण युक्त चेतना सम्पन्न समाज का निर्माण संभव हा सके।
प्रशासनिक प्रधानाचार्य डा. कुसुम मोहन ने कहा कि हमारे देश में विज्ञान के क्षेत्र में विकास के लिए कई प्रयास किए जा रहे हैं। आज के समय में टेक्नोलॉजी को बढ़ावा दिया जा रहा है। ऐसे में साइंस विकास करने के लिए बहुत ही बड़ी भूमिका निभाता है। राष्ट्रीय विज्ञान दिवस हर साल लोगों के दैनिक जीवन में विज्ञान के महत्व के बारे में संदेश फैलाने और मानव कल्याण के लिए विज्ञान के क्षेत्र में सभी गतिविधियों, प्रयासों और उपलब्धियों को प्रदर्शित करने के लिए मनाया जाता है।
अंत प्रधानाचार्य डा0 राम मोहन तथा प्रशासनिक प्रधानाचार्य डा. कुसुम मोहन ने सभी विद्यार्थियों को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस की शुभकामनाएं दीं और विज्ञान की शक्ति का लाभ मानव प्रगति के लिए उठाने की प्रतिबद्धता रखने का आह्वान किया। इस अवसर पर सभी शिक्षक एवं कर्मचारी उपस्थिति रहे।