दिल्ली पुलिस अपनी स्थापना के मना रही है 75 वर्ष, पुलिस कमिश्नर ने अपने सम्बोधन में कहीं ये बात

 दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने दिल्ली पुलिस के स्थापना दिवस समारोह में शिरकत की. उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस अपनी स्थापना के 75 वर्ष मना रही है. अगले 5 से 10 साल में जिस प्रकार की चुनौती आने वाली है. उसे लेकर दिल्ली पुलिस खुद को तैयार कर रही है. राकेश अस्थाना ने कहा कि पुलिस ने अपना एक्शन प्लान तैयार कर लिया है. इसे पूरा करने में पुलिस जुटी हुई है. वर्ष 2022, 2024 और 2030 के लिए पुलिस तैयारी कर रही है.

पुलिस कमिश्नर ने पुलिस में संख्याबल की कमी पर कही बड़ी बात

दिल्ली के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना ने कहा कि दिल्ली में पुलिस के लिए 94358 पद हैं, लेकिन अभी 78363 पुलिसकर्मियों के साथ काम किया जा रहा है. पुलिस फोर्स राजधानी में कानून-व्यवस्था बनाने के लिए काम कर रही है. बेहतर काम के लिए दिल्ली पुलिस को 14 वर्टिकल में बांटा गया है. प्रत्येक वर्टिकल को एक विशेष आयुक्त द्वारा हेड किया जा रहा है.

जनता के सहयोग के बिना पुलिसिंग मुश्किल : राकेश अस्थाना

राकेश अस्थाना ने कहा कि पुलिसिंग के लिए जनता का सहयोग सबसे ज़्यादा ज़रूरी है. जनता जब तक पुलिस के साथ न हो तो पुलिसिंग मुश्किल होती है. इसलिए कम्युनिटी पुलिसिंग को लेकर काम किया जा रहा है. इसके लिए ही कम्युनिटी पुलिसिंग सेल को बनाया गया है. इसके साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट सेफ्टी डिवीजन में सभी ट्रांसपोर्ट को शामिल किया गया है. इसमें ट्रांसपोर्ट के साथ ही उसमें सफर करने वालों की सुरक्षा के लिए इसका गठन किया गया है. तकनीक के आधार पर आगे बढ़ने के लिए टेक्नोलॉजी डिवीजन बनाया गया है. इसका मकसद दिल्ली पुलिस को तकनीकी स्तर पर मजबूत बनाना है. इसके अलावा लीगल डिवीजन बनाया गया है. जो अदालत में पुलिस के मामलों को मजबूती से रख सके.

पीसीआर को थानों के साथ जोड़ने से पुलिस कर्मियों की तादाद बढ़ी : राकेश अस्थाना

उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने पीसीआर को थानों के साथ जोड़ दिया है. इससे एक तरफ जहां थानों में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ी है तो दूसरी तरफ गाड़ियों की संख्या भी बढ़ गई है. थानों में कानून-व्यवस्था एवं जांच के लिए दो टीम गठित की गई है. इसका मकसद जांच को मजबूत बनाना है, ताकि अपराधियों को सजा मिले. साइबर क्राइम को कंट्रोल करने के लिए 15 थाने सभी जिलों में खोले गए हैं. इससे साइबर क्राइम की जांच ठीक से होगी और ऐसे अपराधों में कमी आएगी.

पीसीआर का रिस्पॉन्स टाइम 7.5 मिनट से घटकर 4.3 मिनट हो गया : राकेश अस्थाना

पीसीआर के मर्ज को लेकर 3 महीने बाद सुरक्षा ऑडिट कराया गया. इसमें पता चला कि पहले जहां पीसीआर का रेस्पॉन्स टाइम 7.5 मिनट से घटकर 4.3 मिनट हो गया. गश्त पहले से ज्यादा बेहतर हो गई. शिकायतकर्ताओं में इसे लेकर काफी संतोष दिख रहा है. इसकी वजह से पुलिसकर्मियों को छुट्टी भी मिलने लगी जो पहले नहीं मिलती थी.

थानों में पुलिसकर्मियों की संख्या बढ़ने से जांच अधिकारियों की संख्या बढ़ी : राकेश अस्थाना

पुलिस कमिश्नर ने कहा कि थानों में मर्जर से पुलिस कर्मियों की तादाद बढ़ी है , जिससे जांच अधिकारियों की संख्या भी बढ़ी है. इस तरह मामलों को सुलझाने में कम समय लग रहा है. साथ ही पुलिसकर्मियों का वर्क लोड भी काफी हद तक कम हुआ है.

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