राजधानी में गुरुवार को सुबह कई गोमतीनगर, हजरतगंज, इंदिरानगर, विकासनगर समेत कई इलाकों में बूंदाबंदी हुई। इससे मौसम में शीतलहर और गलन का प्रकोप फिर से बढ़ गया है। मौसम विभाग ने पहले ही गुरुवार और शुक्रवार को लखनऊ में बूंदाबांदी और हल्की बारिश होने की संभावना व्यक्त की थी। अब सुबह से कई इलाकों में बूंदाबांदी हो रही है और बादल छाये हुए हैं।
इससे पहले बुधवार को दिन में खिली धूप के बाद भी लोगों को ठंड से राहत नहीं मिली। सुबह जहां घना कोहरा था। वहीं, शाम को भी गलन ने सिहरन और बढ़ाई। बुधवार को अधिकतम तापमान 21 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया, जो कि समान्य ने तीन डिग्री कम है। जबकि न्यूनतम तापमान 10.4 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम विभाग के अनुसार शुक्रवार को भी बादल छाए रहेंगे। साथ ही बूदाबांदी के भी आसार हैं। अधिकतम तापमान और न्यूनतम तापमान में और गिरावट हो सकती है। करीब एक हफ्ते से धूप के बावजूद शीतलहर ने मौसम को ठंडा बना रखा है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की संभावना मौसम विभाग ने जताई है। इसका असर कई जिलों में पड़ सकता है। सर्द हवाओं से अभी कुछ दिन और राहत मिलने के आसार नहीं है।
मौसम विभाग के अनुसार अभी ठंड का प्रकोप जारी रहने के आसार हैं। फरवरी के पहले हफ्ते में पूर्वी और पश्चिमी यूपी के अधिकांश जिलों में बारिश व बूंदाबांदी और शीतलहर के चलते मौसम फिर से करवट लेगा। ऐसे में तापमान भी लुढ़केगा। फलस्वरूप ठंड का आलम बना रहेगा। बादल छाये रहेंगे। बीच में किसी किसी दिन धूप का दर्शन भी होता रहेगा।
ठंड की वजह से रैनबसेरों में गरीबों की आमद बढ़ गई है । नगर निगम की ओर से सुविधा का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। वहीं दूसरी ओर हल्की बारिश का असर आलू व सरसों की खेती पर भी पड़ा है। उप कृषि निदेशक डॉ सीपी श्रीवास्तव ने बताया हल्की बारिश आलू के लिए नुकसानदेय होगी, लेकिन सरसों के लिए लाभकारी होगी। तेज बारिश हुई तो किसानों को ज्यादा दिक्कत होगी।हालांकि मौसम विभाग ने ऐसी कोई चेतावनी अभी तक जारी नहीं की है। सिर्फ बूंदाबांदी और हल्की बारिश के आसार हैं।