चेकिंग के दौरान गाड़ी न रोकने पर आलमबाग रेलवे अस्पताल के पास शनिवार देर रात सिपाही के दौरान डंडा मार कर कार का शीशा तोड़ दिया। विरोध पर नशे में होने का आरोप लगाकर थाने ले गए। वहां लिखापढ़ी की और सारी रात बैठाए रखा। यह आरोप एक निजी बैंक के अधिकारी सिद्धार्थ सिंह का है। सिद्धार्थ ने पुलिस के उच्चाधिकारियों से शिकायत की। जिसके बाद जांच के आदेश दिए गए
सिद्धार्थ मुनव्वरबाग के रहने वाले हैं। उन्होंने बताया कि शनिवार देर रात वह चारबाग स्टेशन पर अपने रिश्तेदार को छोड़कर घर लौट रहे थे। इस बीच रेलवे अस्पताल के पास पुलिस ने रोकने का प्रयास किया। जबतक गाड़ी रुकती सिपाही ने डंडा मार कर शीशा तोड़ दिया। विरोध पर गाली-गलौज कर अभद्रता की और थाने ले गए। वहां सारी रात बैठाए रखा। रात में सादे कागज पर दस्तखत कराए। इसके बाद मेडिकल भी नहीं कराया और अगले दिन सुबह छोड़ा। इंस्पेक्टर ने बताया कि सिद्धार्थ नशे में थे। गाड़ी जब रोकने का प्रयास किया गया तो रफ्तार बढ़ा दी थी। मेडिकल कराने के बाद नशे में होने की दशा में सिद्धार्थ का चालान भी किया गया है।