उत्कृष्ट अनुसंधान के लिए ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में सम्मान
भास्कर समाचार सेवा
रूड़की। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान रुड़की के शोधकर्ताओं की टीम को प्रो. धर्मेंद्र सिंह के नेतृत्व में शैक्षिक अनुसंधान संस्थानों की ओर से नागरिक-केंद्रित सेवाओं पर उत्कृष्ट अनुसंधान को ई-गवर्नेंस के लिए राष्ट्रीय स्वर्ण पुरस्कार दिया गया है।
आईआईटी रूडकी की ओर से जारी प्रेस नोट मे बताया गया है कि हैदराबाद (तेलंगाना) में 7-8 जनवरी को ई-गवर्नेंस पर आयोजित 24 वें राष्ट्रीय सम्मेलन में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय, पृथ्वी विज्ञान, प्रधान मंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री, डॉ. जीतेंद्र सिंह ने प्रदान किए। आईआईटी निदेशक प्रो अजीत कुमार चतुर्वेदी ने कहा कि इस शोध विकास के उपयोग नागरिक और सैन्य दोनों क्षेत्रों में हैं। आशा है यह रक्षा प्रौद्योगिकी में आत्मानिर्भर भारत बनाने का लक्ष्य पूरा करने में योगदान देगा। प्रो. धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि नागरिक और रक्षा दोनों क्षेत्र में माइक्रोवेव अवशोषित सामग्री (एमएएम) के विभिन्न उपयोग देखते हुए सस्ते कच्चे माल और कम जटिल निर्माण तकनीकों से कम लागत पर प्रभावी माइक्रोवेव अवशोषकों का संश्लेषण और निर्माण जरूरी है। इसलिए प्रस्तावित समाधान का लक्ष्य ई-कचरे से वाइडबैंड (फ्रीक्वेंसीरू 1-18 गीगाहर्ट्ज) एमएएम विकसित करने का विकल्प देना है जिसमें उपयोगकर्ताओं के परिभाषित गुण विद्यमान हों। इस तकनीक से संसाधनों जैसे सामग्री, समय, मानव संसाधन, लागत आदि की काफी बचत होगी। 24वें ई-गवर्नेंस (एनसीईजी) सम्मेलन-2021 का आयोजन प्रशासनिक सुधार एवं लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) और इलैक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई), भारत सरकार ने तेलंगाना राज्य सरकार के सहयोग से किया था।