– कहीं दही चूड़ा तो कहीं तिल के लड्डू की बहार
कुरावली/मैनपुरी। मकर संक्रांति का पर्व शुक्रवार को पूरे हर्षाेल्लास के साथ मनाया गया। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने स्नान के बाद मंदिरों में पहुंचकर पूजा-अर्चना और दान-पुण्य किया। सुबह से ही मंदिरों में भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था। देर शाम तक शहर के विभिन्न मंदिरों में लोगों ने भगवान का दर्शन कर सुख-समृद्धि की कामना की। इस दिन दान का विशेष महत्व माना जाता है। ऐसे में लोगों ने तिल, गुड़, चावल और अन्न आदि का दान किया।
शुक्रवार को लोगों ने उत्तरायण पर्व मनाया। मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन स्नान करने और तिल का दान करने से सारे पाप कट जाते हैं। ऐसे में जगह-जगह भंडारे लगाए गए व गरीबों को गरम कपड़े व कंबल दान दिए गए। पंडितों के मुताबिक इसी दिन सूर्य धनु राशि से मकर राशि में प्रवेश करता है और उत्तरायण हो जाता है। पं. गजानंद दत्त मिश्र ने बताया कि सूर्य के धनु से मकर राशि में जाने से खरमास भी समाप्त हो गया। अब से मंगल कार्य शरू होंगे। सदर बाजार में सचिन चक्रवर्ती, राकेश, कपिल पांडे आदि लोगों द्वारा विशाल भंडारे का आयोजन किया गया।