कोहरे का असर ट्रेनों के संचालन पर भी पडऩे लगा है। गुरुवार को कोहरे की चादर के बीच कई ट्रेनें धुंध में फंस गईं। लखनऊ में यात्री अपनी ट्रेनों का इंतजार करते रहे। कोहरे के कारण लंबी दूरी की करीब आधा दर्जन ट्रेनें चार से छह घंटे की देरी से आईं। ट्रेनों की पोजीशन लेने के लिए पूछताछ काउंटर पर यात्रियों की लंबी लाइन लगी रही। मुंबई-गोरखपुर एक्सप्रेस ट्रेन चार घंटे देरी से चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंची। इसी तरह कोटा-पटना तीन घंटे, सरयू यमुना एक्सप्रेस तीन घंटे, नौचंदी एक्सप्रेस ढाई घंटे, पंजाब मेल व अर्चना एक्सप्रेस भी तीन से चार घंटे की देरी से आईं, जबकि गुरुवार को फरक्का एक्सप्रेस, जनता, प्रयागराज-बरेली, वाराणसी-बरेली, कोहरे के कारण निरस्त होने पर यात्री परेशान होते रहें।
स्टेशन पर बढ़ी सख्ती बिना मास्क यात्रा नहीं : कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है। इसे देखते हुए रेलवे ने गुरुवार से सख्ती बढ़ा दी है। बिना मास्क लगाए चारबाग स्टेशन पहुंचे यात्रियों को प्रवेश ही नहीं दिया गया। जायस की यात्रा के लिए आए एक यात्री अर्चित को वापस कर दिया गया। स्टेशन निदेशक सुदीप सिंह ने बताया कि करीब 200 यात्रियों का एक सप्ताह में जुर्माना किया गया है। बाहर से आने वाले यात्रियों की एंटीजन जांच की जा रही है। प्रतिदिन लगभग 200 आरटीपीसीआर हो रहे हैं।
डीआरएम सहित 99 कर्मी की जांच : हजरतगंज स्थित उत्तर रेलवे डीआरएम कार्यालय के कर्मचारियों की आरटीपीसीआर जांच की गयी। डीआरएस एसके सपरा सहित 99 कर्मचारियों ने कोरोना जांच करायी। सीनियर डीसीएम रेखा ने बताया कि कार्यालय को कोरोना संक्रमण से मुक्त रखने के लिए यहां काम कर रहे कर्मचारियों की यह जांच की गयी है।