कानपुर. मानव तस्करी (human Trafficking) का शिकार हुई उन्नाव की महिला ने ओमान से वापस आने के बाद जो आपबीती सुनाई। उसे सुनकर हर किसी के रौंगटे खड़े हो जाएंगे। उसने कानपुर पुलिस को बताया कि ओमान (Oman country) में शेख के घर पर रोज 20 घंटे लगातार काम लिया जाता था। बदले में उसे चार घंटे की नींद के साथ दो वक्त की सूखी रोटी मिलती थी। ऐसी दर्द भरी दास्तां बताते हुए उसका गला भर आया। उसने बताया कि छोटी सी गलती पर हैवान बनकर पीटते थे। लहूलुहान हो जाना तो आमतौर पर सामान्य सा हो गया था। रविवार को ओमान से भारत वापस आने पर उन्नाव की महिला को लेने पहुंची कानपुर पुलिस को उसने हैवानियत की जुबानी बताई। दरअसल महिला को 05 जनवरी 2021 को कानपुर के कर्नलगंज निवासी ट्रैवल एजेंट मुजम्मिल और अतीकउर्रहमान ने ओमान भेजा था। नौ दिन बोला परिजनों ने दोनो के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इस पर क्राइम ब्रांच ने दोनो गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
रविवार को महिला ओमान से भारत लौटी। जिसके बाद चेन्नई से लखनऊ लाया गया। घर उन्नाव पहुंचने पर परिजनों ने विदेश मंत्रालय सहित क्राइम ब्रांच के अफसरों का आभार प्रकट किया। महिला ने बताया कि असहाय महिलाओं को ऊंचे सपने दिखा यहां से ले जाकर हैवानों के पास भेज दिया जाता है। उसे ओमान ले जाते वक्त बताया गया था कि हॉस्पिटल की लाउंड्री में काम करना होगा। जहां प्रति माह दो लाख रुपए तक मिलेगा शेष ऊपर की कमाई अलग है। मगर फिर उसे ओमान में एक शेख को सौंप दिया गया। शेख ने अपने आलीशान घर में ले जाकर नौकरों के उस कमरे में रखा, जहां सिर्फ खाने और सोने के लिए भेजा जाता था। उसने बताया कि एक दिन शेख की गैरमौजूदगी में उसके बेटे ने उसके साथ जबरदस्ती की। मगर शेख ने उल्टा उसे ही मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। एक-एक दिन वहां नरक के समान लगता था।