
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली शहर में रोजाना बढ़ते वायु प्रदषणू पर अकंश लगाने और वायुगुणवत्ता में सुधार लाने के उद्देश्य से पश्चिमी जोन उपायुक्त कर्नल विनोद अत्री के मार्गदर्शन पर अधिकारियों की टीम द्वारा तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं, ताकि शहर को प्रदूषण से बचाया जा सकें, बता दें कि लगातार एम्बिएंट एयर क्वालिटी मॉनिटरिगं सिस्टम (सीएक्यूएमएस) और दिल्ली प्रदषणू नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) द्वारा चिन्हित स्थानों पर विशषे ध्यान देते हुए प्रमखु सड़कों पर गहन अभियान चलाए जा रही हैं।
हालिया निरीक्षणों में पंजाबी बाग को एक प्रमखु धलू -प्रदषणू हॉटस्पॉट के रूप में पहचाना गया है। दिल्ली नगर निगम की पश्चिमी जोन उपायुक्त कर्नल विनोद अत्री के नेतृत्व में अधिकारियों टीम द्वारा बढ़ते प्रदूषण की रोकथाम के अवैध कारखाने और गोदामों को चिन्हित कर सीज की कार्रवाई की जा रही है। सहायक आयुक्त स्वप्निल सिंह ठाकुर ने बताया कि उपायुक्त कर्नल विनोद अत्री के निर्देश पर अतिक्रमण के खिलाफ मुहिम चलाई जा रही है, साथ ही टीम द्वारा अनेकों वार्डो को अतिक्रमण मुक्त कराया जा चुका है। टीम द्वारा करीबन 3 जींस की रंगाई करने वाले कारखाने को सील किया गया है, जिसमें एक शैंपू बनाने वाला कारखाना है। इसी तरह एक बेकरी भी शामिल है, क्योंकि अवैध कारखाने की वजह से शहर में वायु प्रदुषण की समस्या उत्पन्न हो रही है, जिसको ध्यान में रखते हुए अवैध कारखानों को सीज कर दिया गया है। शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण से निपटने के लिए वॉटर स्प्रिंकलर्स, मेकैनिकल रोड स्वीपर्स, एंटी-स्मॉग गन और येऑपरेशन रोज़ाना संचालित किए जा रहे हैं, ताकि संवेदनशील क्षेत्रों में धूल का स्तर लगातार कम किया जा सके। गत दिनों पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिरसा की अध्यक्षता में प्रदषणू -नियंत्रण उपायों की प्रगति की समीक्षा हेतु बैठकें आयोजित की गई। बता दें कि बैठक में दिए गए निर्देशों के अनुसार, वायु प्रदषणू फैलाने वाले औद्योगिक इकाइयों की पहचान के लिए 7-दिवसीय मिशन मोड सर्वेक्षण शुरू किया गया है। मंत्री ने विशषे रूप से उच्च-जोखिम वालेक्षेत्रों में समन्वित व त्वरित कार्रवाई की आवश्यकता पर जोर दिया है। इस अभियान का नेतृत्व उपायुक्त कर्नल विनोद अत्री के नेतृत्व में शुरू किया गया है।















