संभल हिंसा की मजिस्ट्रियल जांच: आरोपियों पर लागू होगा एनएसए

मुरादाबाद मंडल के मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने संभल हिंसा के मामले में सोमवार को मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। कमिश्नर ने बताया कि संभल में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और शहर में शांति बनी हुई है। जहां हिंसा हुई थी वहां कुछ दुकानें बंद हैं, लेकिन बाकी इलाकों में सामान्य स्थिति है और कोई तनाव नहीं है। सभी जगहों पर पुलिस बल तैनात है।

कमिश्नर आंजनेय कुमार सिंह ने आगे बताया कि हिंसा के दौरान कुछ युवाओं ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की, लेकिन इस मामले में पुलिस ने तत्परता से कार्रवाई की है। हिंसा के दौरान कुछ लोगों ने मस्जिद पर पथराव करने की कोशिश की थी, जिनकी पहचान सीसीटीवी फुटेज से की जा रही है। पुलिस ने इस तरह की हरकत करने वालों के खिलाफ कार्रवाई का फैसला लिया है।

पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा, देसी बंदूक से हुई मृतकों की मौत

मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह ने बताया कि संभल हिंसा में मृतकों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों की मौत देसी बंदूक से हुई है। पुलिस जांच कर रही है कि इस हिंसा के पीछे किसका हाथ था। कमिश्नर ने आश्वासन दिया कि ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पूरी तैयारी की गई है और भविष्य में ऐसी कोई घटना नहीं होने दी जाएगी।

दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत होगी कार्रवाई

मंडलायुक्त ने कहा कि संभल हिंसा में शामिल सभी आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। अगर जरूरत पड़ी तो दोषियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) भी लगाया जाएगा। स्थानीय जिला प्रशासन ने हालात को नियंत्रण में रखने के लिए सख्त कदम उठाए हैं। वहीं, संभल के अलावा मुरादाबाद मंडल के मुरादाबाद, अमरोहा, बिजनौर, रामपुर जनपदों में भी चौकसी बढ़ा दी गई है।

मंडलायुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने यह भी बताया कि हिंसा के मामले में जांच जारी है। संभल से समाजवादी पार्टी के सांसद जियाउर्रहमान बर्क और संभल विधायक इकबाल महमूद के बेटे सुहेल इकबाल पर भीड़ को उकसाने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है। हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है।

खबरें और भी हैं...

अपना शहर चुनें