
महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में नक्सलवाद के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल हुई है। खतरनाक नक्सली नेता मल्लौजुला वेणुगोपाल राव, जिन्हें सोनू के नाम से भी जाना जाता है, ने अपने 60 साथियों के साथ पुलिस के समक्ष हथियार डाल दिए हैं। यह घटना नक्सलियों के खिलाफ चल रहे लंबे समय से जारी अभियान का महत्वपूर्ण पड़ाव है, जिसका नेतृत्व केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के मार्गदर्शन में किया जा रहा है।
गृह मंत्री अमित शाह के निर्देशन में पुलिस ने नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने के लिए अनेक ऑपरेशन चलाए हैं। इन अभियानों का मकसद नक्सली गतिविधियों को समाप्त करना और हिंसा के रास्ते को हमेशा के लिए बंद करना है। इन प्रयासों के फलस्वरूप, लगातार कई नक्सली अपने हथियार छोड़कर शांति का रास्ता अपना रहे हैं, जिससे नक्सल प्रभावित इलाकों में उम्मीद की किरण जगी है।
सोनू ने पिछले महीने सितंबर में ही अपने समर्थकों और मीडिया के सामने हथियार डालने का संकेत दिया था। इस दौरान उसने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा था कि वह और उसके साथी हिंसा का रास्ता छोड़कर शांति की दिशा में कदम बढ़ाना चाहते हैं। छत्तीसगढ़ में मौजूद कई नक्सली कैडर भी सोनू के इस निर्णय का समर्थन कर रहे थे। सोमवार को, आखिरकार, सोनू ने 60 अन्य माओवादियों के साथ अपने हथियार जमा कर दिए और हिंसा के रास्ते को हमेशा के लिए छोड़ने का ऐलान किया।
अधिकारियों ने इस बड़ी सफलता की जानकारी देते हुए बताया कि मल्लौजुला वेणुगोपाल राव (सोनू) ने अपने साथियों के साथ मिलकर हथियार डाल दिए हैं। यह कार्रवाई केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और राज्य सरकारों के नेतृत्व में पुलिस द्वारा चलाए गए कई अभियानों का परिणाम है। इससे नक्सलियों के संगठन में खलबली मची है और यह स्पष्ट हो गया है कि सरकार व सुरक्षा बलों का अभियान नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में प्रभावी कदम रहा है।
यह भी पढ़े : Bihar Election : नीतीश कुमार की नाराजगी के बाद NDA में सीट शेयरिंग फॉर्मूले में हो सकता है बदलाव