इस सेंट्रल यूनिवर्सिटी में SC-ST के लिए 50% सीटें हैं रिजर्व, जानिए कैसे मिलता है एडमिशन…

लखनऊ डेस्क: बाबा साहब भीमराव अंबेडकर सेंट्रल यूनिवर्सिटी (BBAU), लखनऊ में स्थित एक प्रमुख शैक्षिक संस्थान है, जो उच्च शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1996 में स्थापित किया गया था। इस विश्वविद्यालय का एक सैटेलाइट कैंपस अमेठी में भी है, जिसे 2016 में शुरू किया गया था। यहां पर कुल 99 कोर्सेज उपलब्ध हैं, जिनमें डिप्लोमा, इंटीग्रेटेड पीजी प्रोग्राम, स्नातक, स्नातकोत्तर, एम.फिल और पीएचडी शामिल हैं। इसके अलावा, विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं की सेहत के लिए 24 घंटे डॉक्टर की सुविधा के साथ एक स्वास्थ्य केंद्र भी उपलब्ध है।

सीयूईटी के माध्यम से प्रवेश
BBAU में प्रवेश के लिए छात्रों को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट (CUET) की परीक्षा पास करनी होती है। इस परीक्षा के आधार पर ही विभिन्न कोर्सेज में दाखिला दिया जाता है। यूनिवर्सिटी में स्नातक से लेकर पीएचडी तक की पढ़ाई की सुविधा है।

आरक्षण नीति
BBAU में कुल सीटों का 50% हिस्सा अनुसूचित जाति (SC) और अनुसूचित जनजाति (ST) छात्रों के लिए आरक्षित है। इसके अतिरिक्त, 10% सीटें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के छात्रों के लिए आरक्षित हैं।

कोर्सेज और फीस
यूनिवर्सिटी में स्नातक स्तर पर 17 कोर्सेज, स्नातकोत्तर स्तर पर 44 कोर्सेज, 2 डिप्लोमा और 3 इंटीग्रेटेड पीजी कोर्सेज, 9 एम.फिल और 24 पीएचडी कोर्सेज उपलब्ध हैं।

  • स्नातक में बीए की फीस प्रति वर्ष 12,000 से 15,000 रुपये है, जबकि बी.टेक और बीबीए जैसे इनोवेटिव प्रोग्राम्स की फीस 50,000 से 1.2 लाख रुपये तक होती है।
  • स्नातकोत्तर की फीस 8,000 से 10,000 रुपये प्रति सेमेस्टर है, जबकि इनोवेटिव प्रोग्राम्स में यह फीस 1 लाख रुपये तक पहुंच जाती है।

सफल छात्र
BBAU से कई प्रमुख छात्र शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं, जिनमें भारतीय प्रशासनिक सेवा (IAS) के अधिकारी राजेश कुमार और प्रसिद्ध पत्रकार रवि सिंह रैकवार, अभिषेक गौतम, प्रांजुल श्रीवास्तव, और प्रांजल दीक्षित प्रमुख हैं।

सेंट्रल लाइब्रेरी और अन्य सुविधाएं
यूनिवर्सिटी की लाइब्रेरी में 50,000 से अधिक किताबें हैं और यहां डिजिटल लाइब्रेरी की सुविधा भी उपलब्ध है। इसके अलावा, विश्वविद्यालय परिसर में छात्र-छात्राओं के लिए अलग-अलग छात्रावासों की व्यवस्था है।

लर्न एंड अर्न पॉलिसी
BBAU में लर्न एंड अर्न नीति लागू की गई है, जिसके तहत छात्रों को अकादमिक गतिविधियों के बाद काम करने का मौका मिलता है। इसके बदले उन्हें पारिश्रमिक भी मिलता है, जिससे कई छात्र अपनी फीस खुद ही भर पा रहे हैं।

अंतिम शब्द
BBAU का मुख्य उद्देश्य गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करना और समाज के कमजोर वर्गों के छात्रों को उच्च शिक्षा का अवसर देना है। अधिक जानकारी के लिए आप विश्वविद्यालय की वेबसाइट www.bbau.ac.in पर जा सकते हैं।

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