मुकेश उपाध्याय
नई दिल्ली। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि 27 लोगों की जान चली गई हैं, लेकिन आम आदमी पार्टी के नेता और मंत्रियों को राजनीति करने से कोई फुर्सत नहीं है। वे अपनी राजनीति में इतने व्यस्त हैं कि उन्हें दिल्लीवालों की कोई चिंता नहीं है। मुंडका में हुई भीषण आगजनी की घटना दिल्ली सरकार के फायर विभाग की नाकामियों का जीता जागता उदाहरण है। फायर विभाग के पास पर्याप्त व्यवस्था ना होने से रेस्क्यू ऑपरेशन बहुत देर तक शुरु नहीं हो पाया और शुरु होने के बाद भी आग बुझाने पर काफी देर बाद काबू पाया गया जिससे निर्दोष लोगों की जानें चली गई।
आज श्री आदेश गुप्ता, नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रदेश भाजपा प्रवक्ता श्री शुभेन्द्रु शेखर अवस्थी और जिला अध्यक्ष श्री बजरंग शुक्ला सहित भाजपा के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने मुंडका में पीड़ितों एवं उनके परिजनों से मुलाकात कर दुखः व्यक्त किया और उन्हें हर संभव सहायता देने की बात कही। पत्रकारों से बातचीत करते हुए श्री गुप्ता ने मृतकों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि फायर विभाग की दयनीय स्थिति का यह हाल है कि ना ही घटना स्थल पर समय पर सीढ़ी उपलब्ध हो पाई और ना ही क्रेन आ पाई। अगर समय पर क्रेन आ जाती तो लोगों को छत से कूदने की नौबत नहीं आती। दिल्ली के लोगों की जान के साथ खिलवाड़ अब दिल्ली बर्दास्त नहीं करेगी।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि इस तरह की घटना दिल्ली में बार-बार होती है लेकिन अफसोस की इन घटनाओं से केजरीवाल सरकार कोई सबक नहीं लेती। आज दिल्ली सरकार का फायर विभाग पूरी तरह से भ्रष्टाचार में डूबा हुआ है। वह पैसे लेकर बिना किसी जांच के फायर का एनओसी देते हैं। उन्हें किसी के जान की परवाह नहीं है। उन्होंने दिल्ली सरकार को आगाह करते हुए कहा कि इस तरह की घटनाओं की पुनरावृति ना हो, इसके लिए जरुरी कदम उठाए जाए। उन्होंने कहा कि फायर विभाग दिल्ली के अंदर ऐसे तमाम इलाको को चिन्हित कर फायर सेफ्टी सुनिश्चित करें। एनओसी के नाम पर सिर्फ खानापूर्ती किया जाता रहा है, जिसकी जांच होनी चाहिए।
श्री आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है और यहां का फायर सर्विस आधुनिक पुनरावृति से परिपूर्ण होना चाहिए लेकिन आज भी पुराने जमाने की मशीनों से काम चलाया जा रहा है। उस मकान में जरनेटर का चलना भी दिल्ली सरकार के ऊपर एक सवालिया निशान खड़ा करता है कि सरकार बिजली की आपूर्ती तक नहीं कर पा रही है। उन्होंने कहा कि बिल्डिंग को एनओसी मिली थी या नहीं इसका जवाब फायर विभाग बताएगा, लेकिन निगम के आयुक्त ने एक जांच कमिटी बनाई है और अगले 48 घंटे में जांच की रिपोर्ट आ जाएगी जिससे तस्वीर साफ हो जाएगी।
नेता प्रतिपक्ष श्री रामवीर सिंह बिधूड़ी ने केजरीवाल सरकार से मांग करते हुए कहा कि मुंडका अग्निकांड की हाईकोर्ट के किसी सिटिंग जज की अध्यक्षता में जांच कराई जाए। उन्होंने फायर ब्रिगेड की गाड़ी देरी से पहुंचने, बिल्डिंग के फायर क्लीयरेंस और अन्य नियमों के उल्लंघन की भी जांच की मांग की है। उन्होंने कहा कि फायर ब्रिगेड के पास आग में फंसे लोगों को निकालने के लिए पर्याप्त हाईड्रोलिक क्रेन नहीं थीं। इस बिल्डिंग में आने-जाने के लिए सिर्फ एक ही रास्ता था। आग लगने पर लोगों को निकालने का कोई रास्ता नहीं मिला। फायर विभाग ने इसके लिए क्या कोई कार्रवाई की थी? क्या कोई नोटिस जारी किया था