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लखनऊ डेस्क: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के पहले मुकाबले में टीम इंडिया का सामना बांग्लादेश से होने वाला है, और इस मैच में बांग्लादेश का एक युवा तेज़ गेंदबाज भारतीय बल्लेबाजों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकता है। यह खिलाड़ी है नाहिद राणा, जो महज 22 साल के हैं और 150 किमी/घंटा से अधिक की रफ्तार से गेंदबाजी करने में माहिर हैं। दुबई की पिच पर उनकी तेज़ गेंदबाजी भारतीय बल्लेबाजों के लिए मुश्किलें खड़ी कर सकती है।
हालांकि बांग्लादेश की टीम आम तौर पर अपने स्पिन अटैक के लिए जानी जाती है, कप्तान नजमुल हसन शांतो ने भारत के खिलाफ जीत के लिए अपनी तेज़ गेंदबाजी पर ज्यादा भरोसा जताया है। इसका मुख्य कारण नाहिद राणा की कड़ी रफ्तार है, जो दुबई की पिच पर एक बड़ा प्रभाव डाल सकती है। राणा ने पिछले साल पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट सीरीज में अपनी गेंदबाजी से बल्लेबाजों को परेशान किया था, और अब वह भारत के खिलाफ भी ऐसी ही चुनौती पेश कर सकते हैं।
राणा, जो 6 फुट 5 इंच लंबे हैं, ने अपनी तेज़ गेंदबाजी के कारण बांग्लादेश में सबसे तेज़ गेंद फेंकने का रिकॉर्ड भी तोड़ा है। उन्होंने 152 किमी/घंटा की रफ्तार से गेंदबाजी कर यह कारनामा किया। हालांकि, पिछले साल भारत दौरे पर राणा ज्यादा सफल नहीं रहे थे, लेकिन उनकी गति और लंबाई उन्हें दुबई में फायदेमंद साबित कर सकती है। उनकी गेंदबाजी भारतीय बल्लेबाजों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है, खासकर रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे स्टार बल्लेबाजों के लिए।
राणा का इंटरनेशनल क्रिकेट में ज्यादा अनुभव नहीं है, लेकिन उन्होंने अपनी शुरुआत से ही एक पेस सेंसेशन के रूप में पहचान बनाई है। उन्होंने 6 टेस्ट मैचों में 20 विकेट, 3 वनडे मैचों में 4 विकेट और लिस्ट ए क्रिकेट में 13 मैचों में 30 विकेट चटकाए हैं। उनके शानदार प्रदर्शन ने उन्हें बांग्लादेश के तेज़ गेंदबाजों में प्रमुख बना दिया है।
भारतीय टीम इस खतरे से पूरी तरह अवगत है और अपनी तैयारियों में जुटी हुई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, टीम इंडिया के बल्लेबाजों को तेज़ रफ्तार गेंदबाजी के खिलाफ अभ्यास के लिए स्टूल पर चढ़कर थ्रोडाउन किया जा रहा है, साथ ही बॉलिंग मशीन पर 150 किमी/घंटा से अधिक की रफ्तार सेट करके प्रैक्टिस कराई जा रही है। स्थानीय गेंदबाजों से भी शॉर्ट रन-अप के साथ गेंदबाजी कराई जा रही है, ताकि राणा की तरह की तेज़ गेंदबाजी के खिलाफ तैयारी हो सके।