
कानपुर : साल 2024 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में सपा और कांग्रेस को बड़ी सफलता मिली थी। सपा ने 37 और कांग्रेस ने 6 सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसी नतीजे को आधार बनाकर दोनों दल 2027 के विधानसभा चुनाव की रणनीति तैयार कर रहे हैं।
सूत्रों के मुताबिक, हाल ही में लखनऊ में हुई बैठक में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संकेत दिया कि महानगर की सात सीटों में से सिर्फ दो सीटें ही इंडिया गठबंधन के साझेदारों को दी जाएंगी। वहीं कांग्रेस चार सीटों की मांग कर रही है, लेकिन शहर की सात सीटों में से तीन पर ही उसकी सक्रियता ज्यादा दिखाई दे रही है।
पूर्व विधायक अजय कपूर के भाजपा में शामिल होने से किदवईनगर सीट कांग्रेस के अन्य दावेदारों के लिए खाली हो गई है। गोविंदनगर सीट पर भी दावेदारों में खींचतान शुरू हो गई है। हाल ही में कांग्रेस महानगर अध्यक्ष पवन गुप्ता द्वारा मंडल अध्यक्षों के मनोनयन के समय किदवईनगर और गोविंदनगर को लेकर सबसे ज्यादा विवाद हुआ। मामला प्रदेश अध्यक्ष अजय राय तक पहुंचा। यहां तक कि कुछ कांग्रेसी जो पहले कल्याणपुर सीट से दावेदारी कर रहे थे, अब गोविंदनगर की ओर रुख कर रहे हैं।
2022 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और सपा ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था। इस बार दोनों पार्टियों के दावेदार पिछले चुनाव में मिले वोटों के आधार पर रणनीति बना रहे हैं। कल्याणपुर में सपा ने पिछली बार भाजपा को कड़ी टक्कर दी थी, इसलिए माना जा रहा है कि इस बार कांग्रेस की बजाय सपा को यहां प्राथमिकता मिलेगी।
महाराजपुर सीट पर स्थिति फिलहाल स्पष्ट नहीं है, लेकिन कांग्रेस ने यहां पूरी ताकत झोंक दी है। कैंट, आर्यनगर और सीसामऊ सीटों पर सपा के पास पहले से विधायक हैं, इसलिए इन सीटों पर किसी तरह का विवाद नहीं है।
कांग्रेस का कहना है कि वह महानगर की सात सीटों में से कम से कम चार सीटों पर चुनाव लड़ेगी और इससे कम में समझौता नहीं करेगी। इस संबंध में पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष से अपील की जा चुकी है।
2022 के विधानसभा चुनाव में वोटों का आंकड़ा
- गोविंदनगर सीट: कांग्रेस – 26,267, सपा – 36,605 (कुल 62,882 वोट)
- किदवईनगर सीट: कांग्रेस – 76,351, सपा – 8,397 (कुल 84,748 वोट)
- महराजपुर सीट: कांग्रेस – 7,280, सपा – 70,622 (कुल 77,902 वोट)
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