20 वर्षीय बीफार्मा छात्रा ने फंदे से लगाई फांसी, कमरे से मिला सुसाइड नोट

हल्द्वानी : काठगोदाम के शीशमहल क्षेत्र के कर्नल वार्ड में हाइडिल विभाग के कर्मचारी की 20 वर्षीय बेटी जिज्ञासा तिवारी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार, सोमवार सुबह माता-पिता ने उसे लैपटॉप और मोबाइल चलाने से मना किया था, जिसके बाद वह नाराज होकर अपने कमरे में चली गई। कुछ देर बाद जब उसने दरवाजा नहीं खोला तो परिवार ने दरवाजा तोड़कर देखा — वह फंदे से लटकी मिली। तुरंत उतारकर बचाने का प्रयास किया गया, लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।

पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें लिखा है — “मैं पीसफुल तरीके से जाना चाहती हूं…”। जिज्ञासा बीफार्मा तृतीय वर्ष की छात्रा थी। काठगोदाम एसओ विमल मिश्रा ने बताया कि प्राथमिक जांच में सामने आया है कि माता-पिता की डांट से आहत होकर उसने यह कदम उठाया। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है।

उधर, पोस्टमार्टम हाउस के आंकड़े बताते हैं कि हर महीने 15 से 20 आत्महत्याओं के मामले सामने आ रहे हैं, जिनमें अधिकतर युवा वर्ग शामिल है। डॉक्टरों ने चिंता जताते हुए कहा कि मानसिक तनाव, सोशल मीडिया की लत और नींद की कमी जैसे कारण युवाओं में आत्मघाती प्रवृत्ति बढ़ा रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि माता-पिता को बच्चों के साथ संवाद बढ़ाने, उन्हें नशे से दूर रखने, पर्याप्त नींद दिलाने और रोजाना कम से कम आधा घंटा फिजिकल एक्टिविटी के लिए प्रेरित करने की जरूरत है। डॉक्टरों ने जल्द ही सोशल मीडिया के माध्यम से अभिभावकों और युवाओं को जागरूक करने का अभियान चलाने की बात कही है।

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