
- पुलिस ने एक अध्यात्मिक गुरू की ओर मोड़ी नई कहानी
सीतापुर। जिले के महोली के पत्रकार राघवेन्द्र हत्याकांड को 192 घंटा बीत चुके है लेकिन पुलिस ने अभी तक कोई भी खुलासा नहीं किया है। लोगों की माने तो पुलिस जो ब्रीफिंग कर रही है उसकी पत्रकार राघवेन्द्र की पत्नी के द्वारा दिए बयान के बाद धज्जियां उड़ गई है। लोगों में इस बात को लेकर चर्चा है कि पुलिस की नई कहानी में झोल ही झोल नजर आ रही है लेकिन अगर पुलिस की नई कहानी सच निकलती है तो पत्रकारिता जगत और अध्यात्मिक समाज को हिलाकर रख देने वाला खुलासा होगा।
आपको बताते चलें कि जिले के महोली के पत्रकार राघवेन्द्र बाजपेई की हाइवे पर स्थित ओवरब्रिज पर उस वक्त गोली मार कर हत्या कर दी गई थी जब वह आठ मार्च शनिवार को सीतापुर आ रहे थे। आठ मार्च को दिन के करीब एक बजे उन्हें गोलियों से भून दिया गया था और आज शनिवार 15 मार्च है यानि 192 घंटा बीत चुके है। कभी धान घोटाला में हत्या किए जाने तो कभी एक महिला के साथ अवैध संबंधों में की गई हत्या की कहानी सामने आती है। बीते दो दिन पूर्व तो उस वक्त पूरा जिला चौंक पड़ा जब पुलिस विभाग द्वारा दी गई ब्रीफिंग के बाद खबरें वायरल होना शुरू हुई कि इस मामले में एक अध्यात्मिक गुरू का हाथ है।
यह ऐसा नया मोड़ सामने आया जो बेहद चौकाने वाला था लेकिन इस ब्रीफिक के ठीक दूसरे दिन पत्रकार राघवेन्द्र की पत्नी का बयान आया जिसमें उन्होंने कहा कि जिस अध्यात्मिक गुरू पर पुलिस लांछन लगा रही है वह इसमें शामिल हो ही नहीं सकते है। उनको एक पंडित ने बताया था कि तुम्हारा कालचक्र ठीक नहीं चल रहा है इसलिए पूजा पाठ जरूरी है। उसी को लेकर वह मंदिर जाते थे और उक्त अध्यात्मिक गुरू उन्हें सुबह घर भी छोड़ने आए थे। पूजा पाठ के चक्कर में ही वह लखीमपुर तथा ओयल भी घटना से तीन दिन पूर्व से वह जा रहे थे। राघवेन्द्र की पत्नी ने यह भी कहा है कि इस हत्याकांड के पीछे बड़े लोगों का हाथ है। उनके इस बयान के बाद पुलिस ब्रीफिंग पर सवालिया निशान उठने लगे है कि आखिर सच्चाई क्या है।
लोगों का कहना है कि अगर पुलिस सच बोल रही है तो फिर राघवेन्द्र की पत्नी क्या कहना चाहती है और अगर वह सच बोल रही है तो पुलिस क्या कहना चाह रही है। अब सवाल यह उठता है कि आखिर सच कौन बोल रहा है। फिलहाल घटना का खुलासा होने पर ही सच्चाई सामने आएगी कि सच क्या है और झूठ क्या है। फिलहाल सूत्र बताते हैं कि पुलिस इस सनसनीखेज हत्याकांड का खुलासा शीघ्र ही करने वाली है। अब देखना यह होगा कि इस खुलासा में क्या सामने आता है।
हर तरफ हो रही नए मोड़ की चर्चा –
पुलिस ब्रीफिंग में आई इस नई कहानी की चर्चा कल होली के दिन सामूहिक मिलन समारोह के दौरान भी होती रही। लोग लगातार इसी को लेकर चर्चा करने में जुटे हुए थे। लोग तरह-तरह के सवाल उठाते हुए वायरल खबरों पपर भी सवालिया निशान लगा रहे थे। लोगों में बस इसी बात को लेकर चर्चा थी कि मृतक पत्रकार को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है।
कारागार राज्यमंत्री ने लिया संज्ञान –
इस मामले को कारागार राज्यमंत्री सुरेश राही ने संज्ञान में लेते हुए दैनिक भास्कर से वार्ता की। उन्होंने हर पहलू पर चर्चा करते हुए कहा कि खुलासा कतई गलत नहीं होने देंगे। इसको लेकर वह एसपी और पुलिस विभाग के उच्चाधिकारियों से खुद वार्ता करेंगे। योगी सरकार में किसी के भी साथ अन्याय नहीं होने दिया जाएगा। अपराधी कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा और निर्दोष को सजा नहीं होगी।