
नई दिल्ली : भाजपा सरकार दिल्ली की सत्ता में आते ही यमुना नदी की सफाई कार्य को प्राथमिकता दे रही है। दिल्ली सरकार में सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने बुधवार को यमुना नदी में चल रहे सफाई कार्य का निरीक्षण किया और इसे सरकार की प्रमुख प्राथमिकता बताया।
भाजपा नेता प्रवेश साहिब सिंह ने यमुना नदी के सफाई कार्य का निरीक्षण करते हुए एक वीडियो भी अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर साझा किया। वीडियो में उन्होंने बताया कि वह आज यमुना नदी की सफाई के काम का निरीक्षण करने के लिए सिग्नेचर ब्रिज से लेकर आईटीओ छठ घाट और ओखला बैराज तक पहुंचे थे।
इस दौरान उन्होंने कहा, “यमुना को साफ और अविरल बनाकर उसका मूल स्वरूप बहाल करना हमारी सरकार की प्राथमिकता है। 2023 में आई बाढ़ जैसी स्थिति दोबारा नहीं आएगी, यह हमारी सरकार का संकल्प है।”
भाजपा मंत्री ने आगे बताया कि यमुना नदी में कुल 22 बड़े नाले गिरते हैं, जो नदी की जल गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं। इन नालों को रोकने के लिए नए एसटीपी (सिविल ट्रीटमेंट प्लांट) लगाए जाएंगे और पुराने एसटीपी की क्षमता को बढ़ाया जाएगा। इस कार्य को अगले दो वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है।
इस सफाई अभियान का मुख्य उद्देश्य यमुना नदी को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त बनाना है, ताकि न केवल नदी का पानी शुद्ध हो, बल्कि बाढ़ की स्थिति से भी बचाव हो सके। मंत्री ने यह भी बताया कि इस अभियान के तहत नदी के किनारे के क्षेत्रों में जल निकासी की क्षमता को भी बढ़ाया जाएगा ताकि भविष्य में किसी भी प्रकार की बाढ़ की समस्या का समाधान हो सके।
भाजपा सरकार के इस कदम को दिल्लीवासियों ने स्वागत किया है, और यह माना जा रहा है कि यमुना नदी की सफाई से दिल्ली के पर्यावरण को भी बड़ा लाभ मिलेगा।