लखनऊ। तीन तलाक को लेकर सरकार कितने भी कानून बना ले लेकिन ये तलाकनामा कभी कम नहीं होने वाला हैं, क्योंकि आज भी इस तलाक के कागजों में कई लड़कियों की जिंदगी बरबाद होकर रह जाती है। ताजा मामला लखनऊ के इटौंजा निवासी आशमा ने सपने में भी नहीं सोचा था कि जिस युवक के साथ दस साल प्रेम संबंध में रहने के बाद शादी कर रही हैं, वह दस महिने के बाद ही दहेज के लिए प्रताड़ित की जाएगी। उसके बाद किसी दूसरी लड़की से निकाह करने के लिए तीन तलाक बोलकर घर से धक्के देकर निकाल देगा।
अब आशमा पति को सजा दिलाने के लिए थानों और अधिकारियों के दफ्तर के चक्कर लगा रही हैं। इटौंजा पुलिस के मुताबिक, आरोपी के खिलाफ दहेज उत्पीड़न, जान से मारने धमकी आदि धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की विवेचना की जा रही है। साक्ष्यों के आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
शादी समारोह बना प्रेम की वजह
करीब दस साल पहले शाहजहांपुर में एक रिश्तेदार की शादी में आशमा खातून की शहजहांपुर शिंधौली मुदा हरिश निवासी इरशाद से मुलाकात हुई थी। इसके बाद दोनों में फोन पर बात होने के बाद दोस्ती प्यार में बदल गई। इसके बाद 26 जून 2020 को उन्होंने लखनऊ में शादी कर ली। कुछ दिन बाद ही ससुरालीजन दहेज के लिए प्रताड़ित करने लगे।
परिजनों ने समझाने की कोशिश की, लेकिन नहीं माने। प्रताड़ना की हद गुजरने पर 30 सितंबर 2021 को पति इरशाद, ससुर रहीसुददीन, ननद गुलब्सा, जेठानी समा और रहमत जहां और जेठ गुडडू के खिलाफ इटौंजा में मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस की तरफ से कोई कार्रवाई न होने से उनके हौसले बुलंद हो गए।
23 दिसंबर 2021 ससुराल गई
आशमा के मुताबिक, मुकदमा दर्ज कराने के बाद पति ने समझौते का दबाव बनाया। उनकी बातों में आकर एक बार फिर घर बसाने के लिए बोल-चाल शुरू की। इसके बाद 23 दिसंबर 2021 ससुराल गई, तो सबने पहचानने से इंकार कर दिया। यही नहीं, पति इरशाद ने शरियत का हवाला देते हुए अवैध तरीके से तीन बार तलाक देकर घर से धक्का देकर निकाल दिया।
उसने किसी दूसरी महिला से निकाह करने की बात भी कही। इसके बाद घर लौटकर समझौते का प्रयास कर रही थी, लेकिन ससुराल वाले तैयार नहीं है। थाना पुलिस भी कोई सुनवाई नहीं कर रही है। इसके चलते अब वह पुलिस अधिकारियों के यहां चक्कर काट रही है। पुलिस का कहना है कि घटना शाहजहांपुर की है, वहीं मुकदमा दर्ज कराएं।