रुद्रप्रयाग। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना वैसे तो सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है और इस योजना का उद्देश्य भी गांव-गांव को बहेतर सड़क सुविधा से जोड़ना है, लेकिन जनपद रुद्रप्रयाग में योजना की जमीनी हकीकत देखते ही बनती है। सोचिए कि यहां जिला मुख्यालय में जिले के सबसे बड़े अधिकारी जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय को जोड़ने वाली सड़क जगह-जगह गड्ढों में तब्दील है। यानि की हर रोज डीएम साहब भी हिचकोले खाकर ही सफर करते है, परंतु अभी तक सड़क की हालत सुधरी नहीं है।
रुद्रप्रयाग जिले की बात करें तो यहां अधिकांश ग्रामीण क्षेत्रों को पीएमजीएसवाई की सड़के ही जोड़ती है। लेकिन सबसे बड़ी बात यह है कि जिला मुख्यालय यानि मुख्य बाजार से जिलाधिकारी कार्यालय को जोड़ने वाली 4 किमी सड़क की हालत ही योजना की मजाक उड़ा रही है। बेलणी बाजार में सड़क पर कई गड्डे पड़े हुए है। जबकि इस जगह पर कई सरकारी विभागों के कार्यालय भी है और वाहनों रोजाना आवाजाही रहती है। खुद जिलाधिकारी भी इस सड़क से रोजाना सफर करते हैं, और हर रोज उन्हें इस गड्डों में तब्दील सड़क से हिचकोले खांकर जाना पडता है। बरसात होने के बाद तो इन गड्डो में कीचड़ भर जाता है और आते-जाते वाहनों के टायरों से लोगों पर पड़ता है। ऐसा नहीं विभागीय अधिकारियों को इसकी जानकारी नहीं हो, बल्कि इसी सड़क पर पीएमजीएसवाई का कार्यालय भी है।
चंद मीटर दूर पर सड़क की बदहाली को जबरन अधिकारियों द्वारा अनदेखा करना सबसे बड़ा सवाल खड़ा करता है। इसके अलावा भी सड़क हालत कई जगहों पर बेहद खराब स्थिति में है। पहाड़ियों से पत्थरों के गिरने का खतरा तो है ही सड़क पर कई जगह पत्थर पड़े रहते हैं, जिससे कभी भी कोई हादसा हो सकता है। वहीं अधिशासी अभियंता पीएमजीएसवाई कमल सिंह सजवाण का कहना है कि स्थान पर ग्राम सभा सांदर की पेयजल लाइन लीकेज होती है, जिससे बार सड़क की हालत बिगड़ जाती है और गड्डे पड़ जाते है। इस सम्बंध में सम्बंधी ग्राम प्रधान को तत्कला पेयजल लाइन ठीक करने के लिए सूचित किया गया है, जल्द ही सड़क की हालत सुधार जाएगी।
खबरें और भी हैं...
उत्तराखंड में जनवरी 2025 से यूनिफॉर्म सिविल कोड होगा लागू
उत्तराखंड, देहरादून
रुद्रप्रयाग: श्रीभैरवनाथ मंदिर परिसर का विवादास्पद वीडियो हुआ वायरल, पुलिस ने दर्ज की FIR
उत्तरप्रदेश, रुद्रप्रयाग