हरियाणा में आयुष्मान-चिरायु कार्ड से इलाज बंद, जानिए इसके पीछे की वजह

200 करोड़ की पेमेंट रोकने पर प्राइवेट अस्पतालों का फैसला; 1 करोड़ लोगों को देना होगा बिल


हिसार। हरियाणा के प्राइवेट अस्पतालों में आज से आयुष्मान भारत-चिरायु हरियाणा कार्ड से इलाज बंद हो गया है। सरकार द्वारा पेमेंट रोकने पर प्राइवेट अस्पतालों ने ये फैसला लिया है। इससे मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रदेश में 1.3 करोड़ से अधिक आयुष्मान-चिरायु कार्ड बनाए जा चुके हैं। इसमें से 90 लाख कार्ड धारक सुविधा का लाभ उठा चुके हैं।


हरियाणा में आयुष्मान योजना के पैनल में 600 से अधिक प्राइवेट अस्पताल आते हैं। करीब 200 करोड़ रुपए का सरकार पर बकाया है। इसमें 20 फीसदी केवल हिसार का है। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का कहना है कि सरकार जब तक राहत नहीं देती डॉक्टर कार्ड धारकों का इलाज नहीं करेंगे। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. कमल गुप्ता ने डॉक्टरों से अपील की है वह इलाज बंद ना करें। उनकी समस्या का समाधान सरकार कर रही है। 15 जुलाई तक उनकी समस्या दूर कर दी जाएगी।


90 करोड़ की पेमेंट आई, मगर 200 करोड़ बकाया

प्राइवेट अस्पतालों का करीब 200 करोड़ रुपए सरकार पर बकाया है। पिछले दिनों यह बकाया करीब 300 करोड़ तक पहुंच गया था, मगर स्वास्थ्य मंत्री गुप्ता से मीटिंग के बाद सरकार ने 90 करोड़ रुपए खातों में डलवाए। प्रदेश में रोजाना करीब 4 हजार लोग आयुष्मान योजना से इलाज करवाते हैं। प्रदेश के अस्पतालों का क्लेम रोजाना 4 करोड़ के आसपास बैठता है। ऐसे में अगर एक महीना भी पेमेंट लेट हो जाती है तो करीब 400 करोड़ रुपए पेंडिंग में चला जाता है।

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