
हम यहाँ बात कर रहे हैं देश के बहादुर जवान मेजर शशि धारण नायर की। नायर LOC पर देश की रक्षा करते हुए शहिद हो गए। ऐसे में आज हम इस बहादुर सैनिक और उनकी पत्नी तृप्ति की लव स्टोरी आपको बताने जा रहे हैं। नायर और उनकी बीवी तृप्ति की प्रेम कहानी बड़ी दिलचस्प हैं। इन दोनों की पहली मुलाक़ात पुणे में एक कॉमन दोस्त के जरिये हुई थी। यहाँ ये दोनों पहले अच्छे दोस्त बने और फिर दोनों को एक दुसरे से प्यार हो गया। इसके बाद जल्द ही दोनों ने सगाई भी कर ली। उस दौरान तृप्ति कंप्यूटर एप्लीकेशन में प्रोफेशनल मास्टर थी जबकि नायर कप्तान के पद पर कार्यरत थे।
सगाई के 8 महीनो बाद ही तृप्ति को मल्टीपल arterioscleroses की बीमारी हो गई। इस बिमारी ने उन्हें व्हीलचेयर पर बैठा दिया। इस घटना के बाद समाज के कई लोगो ने नायर को सलाह दी कि वो ये शादी कैंसर कर दे। लेकिन नायर तृप्ति से सच्चा प्यार करते थे, इसलिए उन्होंने तृप्ति से सगाई के बाद शादी का वादा निभाया और दोनों ने साल 2012 में शादी कर ली।
शादी के कुछ महीनो बाद ही तृप्ति को एक पेरालिसिस का अटैक आ गया जिसकी वजह से उनकी बॉडी के निचले हिस्से ने पूरी तरह कम करना बंद कर दिया। हालाँकि इस मुसीबत को भी तृप्ति और नायर ने हँसते हुए झेल लिया और ख़ुशी ख़ुशी रहने लगे। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि आर्मी में इन दोनों की लव स्टोरी काफी फेमस हैं। ये दोनों हर पार्टी और इवेंट साथ में अटेंड करते थे। कई बार तो नायर खुद तृप्ति की व्हील चेयर धकाते हुए ले जाते थे।
हाल ही में मेजर की Nowshera की LOC पर पोस्टिंग हुई थी और उन्हें 2 जनवरी को ज्वाइन करना था। ऐसे में इसके पहले उन्होंने एक महीने की छुट्टी ली और ये समय पुणे में अपनी वाइफ के साथ बिताया। तृप्ति को हमेशा नायर की सेफ्टी की चिंता सताती रहती थी। ऐसे में नायर ने जाने के पहले अपनी बीवी से वादा किया कि वो वापस जरूर आएगा। ऐसे में कुछ दिनों बाद वे वापस जरूर आए लेकिन तिरंगे में लिपटे हुए।
दरअसल 13 जनवरी को नायर ने LOC पर एक जंग लड़ी जहाँ एक आतंकवादी ब्लास्ट के दौरान उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली और वे शहिद हो गए थे। इसके बाद हाल ही में उनके शव को तिरंगे में लपेट कर नेशनल वर मेमोरियल पुणे में लाया गया जहाँ पूरे सामान के साथ उनका अंतिम संस्कार हुआ। इस दौरान नायर की बीवी व्हीलचेयर पर बैठ वहां आई और अपने पति को अंतिम अलविदा कहा।















