
नई दिल्ली । राजधानी में लॉकडाउन के चलते सार्वजनिक परिवहन पर प्रतिबंध है। ऐसे में कई लोग पैदल ही एक जगह से दूसरी जगह का सफर तय कर रहे हैं। दक्षिण दिल्ली में एक महिला को पति के बीमार होने की सूचना मिली तो वह छोटे बच्चे को गोद में लेकर मांडी गांव के लिए निकल पड़ी। रात के समय अकेली महिला को देख पीसीआर ने उसकी मदद की और उसे पति के पास पहुंचाया।
डीसीपी शरत सिन्हा ने बताया कि रात के समय पीसीआर वैन में तैनात हवलदार लख्मीचंद और सिपाही जगराम छतरपुर मेट्रो स्टेशन के समीप गश्त कर रहे थे। उसी दौरान उन्होंने एक महिला को छोटे बच्चे को गोद में लेकर पैदल चलते हुए देखा। रात के अंधेरे में अकेली जा रही महिला कुछ परेशान लग रही थी। इसके चलते पीसीआर में मौजूद पुलिसकर्मी महिला के पास गए और उससे अकेले जाने का कारण पूछा महिला ने पुलिस को बताया कि वह छतरपुर में परिवार के साथ रहती है। उसका पति मांगे मांडी गांव में रहता है जो बीमार है।
महिला ने पुलिस को बताया कि पति की तबीयत खराब होने के चलते उसका पति के पास जाना बेहद जरूरी है। उसे कोई साधन नहीं मिल रहा था। इसलिए वह पैदल ही उससे मिलने के लिए जा रही थी। यह सुनकर पीसीआर में तैनात जवान ने इसकी जानकारी कंट्रोल रूम को दी। इसके बाद महिला को उन्होने गाड़ी में बिठा कर मांडी गांव स्थित उसके पति के घर पर पहुंचाया। पुलिसकर्मियों की सूझबूझ के चलते अकेली जा रही परेशान महिला की मदद हो सकी।















