लखनऊ विकास प्राधिकरण (लविप्रा) ने भविष्य के लिए बचा के रखी गई 61,864 वर्ग मीटर जमीन को पौने छह अरब से अधिक दामों में बेचने की तैयारी कर रहा है। शहीद पथ स्थित अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम व प्लासियो माल से लगी बेशकीमती जमीन को लेकर प्राधिकरण एक नई कार्ययोजना बना रहा है। फिलहाल फाइल पर एक आम सहमति बनने के बाद लविप्रा के मुख्य नगर नियोजक के पास अप्रूवल के लिए गई है। लविप्रा की अब तक की सबसे महंगी जमीन प्राधिकरण बेचने जा रहा है।
लविप्रा के पास यहां कुल 42.13 एकड़ जमीन हैं। यहां वाणिज्यिक भूखंडों के बीचों बीच से एक 45 मीटर की सड़क बनाई जाएगी। सड़क के दोनों ओर पंद्रह-पंद्रह मीटर की ग्रीन बेल्ट रहेगी। क्षेत्र में हरियाली बनी रहे, इसके लिए 82,830 वर्ग फिट जमीन पर ग्रीन बेल्ट या पार्क को विकसित किया जाएगा। वर्तमान में लविप्रा ने यहां अभी दो भूखंडों को बेचा है। एक निजी कंपनी ने 12,140 वर्ग मीटर जमीन पर पांच सितारा होटल और 25,867 वर्ग मीटर जमीन पर ऐसा आधुनिक कार्यालय खाेलने के लिए तैयारी है, जहांएक हजार से अधिक कर्मचारी काम कर सके।
लविप्रा उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी ने बताया कि सेंट्रल बिजनेस डिस्ट्रिक्ट (सीबीडी) को व्यापारिक दृष्टिकोण से विकसित किया जा रहा है। यहां सीवर, पानी, बिजली के साथ ही मूलभूत सुविधाओं को लेकर जल्द ही काम शुरू किया जाएगा। यह क्षेत्र राजधानी के सबसे अच्छे क्षेत्रों में गिना जाएगा। क्योंकि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम से सटा हुआ और सीजी सिटी से सीधा कनेक्ट होने के साथ ही शहीद पथ के जरिए रायबरेली, बनारस, कानपुर, सुलतानपुर, ऊंचाहार, इलाहाबाद सहित एक दर्जन से अधिक जिलों को जा सकते हैं। वहीं सीबीडी से एयरपोर्ट पंद्रह मिनट में पहुंच सकेंगे। भविष्य को देखते हुए फैजाबाद रोड से शुरू हो रहे शहीद पथ को कानपुर रोड पर उतारा गया है। वर्तमान में विकास सबसे अधिक राजधानी में यही हो रहा है।
अफसरों के मुताबिक यहां पांच से सात सितारा होटल की डिमांड ज्यादा होगी। क्योंकि यहां अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम हैं, जहां पचास हजार से अधिक दर्शकों के बैठने की क्षमता हैं और आने वाले समय में यहां आइपीएल, टेस्ट और वन डे जैसे मैच एक समय सबसे अधिक होंगे। इसलिए व्यापारिक दृष्टिकोण से इसे व्यापारी महत्वपूर्ण स्थान मान रहे हैं।