
झांसी : अब खाकी पहनने वालों को भी टीटीई से अभद्र व्यवहार करना महंगा पड़ने लगा है। ऐसा ही एक मामला छतरपुर रेलवे स्टेशन पर सामने आया है, जहां बिना टिकट यात्रा कर रहे एक सिपाही ने टीटीई से गाली-गलौज की और जेल में बंद कराने की धमकी दी। इस मामले को वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा ने गंभीरता से लेते हुए एसपी छतरपुर से वार्ता की। त्वरित कार्रवाई करते हुए एसपी छतरपुर ने आरक्षी को निलंबित कर विभागीय जांच के आदेश दिए हैं। इस कार्रवाई से पीड़ित टीटीई को न्याय मिला है।
उप मुख्य टिकट निरीक्षक संदीप तिवारी, महाराजा छत्रसाल छतरपुर रेलवे स्टेशन पर तैनात हैं। बीते दिनों वह ड्यूटी पर थे, तभी गाड़ी संख्या 22163 महामना एक्सप्रेस छतरपुर स्टेशन पर आकर रुकी। इस गाड़ी से उतरे यात्रियों के टिकट जांचे जा रहे थे। इसी दौरान टीटीई संदीप तिवारी ने खाकी वर्दी में एक व्यक्ति को रोककर यात्रा टिकट मांगा। उक्त व्यक्ति ने अपना नाम अविनाश रजक बताया और बताया कि वह छतरपुर पुलिस लाइन में तैनात है। जब टीटीई ने उससे टिकट मांगा तो वह भड़क गया और बदसलूकी पर उतर आया।
सिपाही ने कहा कि वह बिना टिकट यात्रा कर रहा है और टीटीई चाहें तो उसे पकड़ कर दिखाएं। जब टीटीई ने नियमों के अनुसार जुर्माने की बात की तो सिपाही ने गाली-गलौज शुरू कर दी और धमकी दी कि यदि जुर्माना वसूला गया तो टीटीई को जेल भिजवा देगा। इस दौरान सिपाही का वीडियो किसी ने बना लिया, जो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया।
घटना के बाद सिपाही स्टेशन से चला गया। टीटीई संदीप तिवारी ने इस घटना की जानकारी कॉमर्शियल कंट्रोल, जीआरपी चौकी छतरपुर और सिविल पुलिस को दी तथा लिखित शिकायत भी दर्ज कराई।
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक अमन वर्मा को जब इस घटना की जानकारी हुई तो उन्होंने तत्काल टीटीई से फोन पर बात की और पुलिस अधीक्षक छतरपुर एवं पुलिस अधीक्षक जीआरपी जबलपुर को पत्र भेजकर आरक्षी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
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