नई दिल्ली । लोकसभा चुनाव 2024 चुनाव परिणाम आने के बाद कांग्रेस 99 सीटों पर जीत दर्ज करा, देश की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी के बन गई है। यहां दो सीटों से जीत दर्ज कराने वाले कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केरल की वायनाड लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया, जिससे अब कांग्रेस के खाते में कुल 98 सीटें रह गई हैं। राहुल गांधी ने उत्तर प्रदेश की परंपरागत रायबरेली सीट को अपने पास ही रखा है। लोकसभा सचिवालय ने इस बात की जहां जानकारी दी, वहीं कांग्रेस ने बताया कि अब वायनाड सीट से प्रियंका गांधी को उम्मीदवार बनाकर पार्टी चुनाव में उतरेगी। वायनाड को दोबारा जीतना कांग्रेस के लिए सबसे बड़ी चुनौती का काम होगा, क्योंकि पीएम मोदी अब चाहेंगे कि यह सीट अब उनके पाले में आए।
लोकसभा बुलेटिन में बताया गया है कि राहुल गांधी का इस्तीफा 18 जून को स्वीकार कर लिया गया है। इसके बाद तमाम कयासों और अटकलों को विराम देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि राहुल गांधी के वायनाड से इस्तीफा देने के बाद खाली हुई सीट पर प्रियंका गांधी पार्टी की प्रत्याशी होंगी और वो ही वायनाड उपचुनाव लड़ेंगी। राहुल गांधी ने इस बात की घोषणा करते हुए पत्रकारों से बात भी की। इस दौरान वो काफी भावुक नजर आए। भावना बहे राहुल ने कहा कि अब रायबरेली और वायनाड को दो-दो सांसद मिलेंगे। दरअसल उपचुनाव जीतने के बाद प्रियंका गांधी वायनाड का प्रतिनिधित्व कर सकेंगी और रायबरेली से राहुल हैं। ऐसे में दोनों ही लोकसभा सीटों पर राहुल और प्रियंका मिलकर काम करते देखे जाएंगे, जिसकी घोषणा खुद राहुल और प्रियंका कर चुके हैं। उनके इस्तीफे के बाद लोकसभा में कांग्रेस की सीटों की संख्या 99 से घटकर 98 हो गई है। वायनाड सीट के उपचुनाव को लेकर कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी को पूरे-जोर-शोर के साथ मैदान में उतरना होगा, जो मेहनत पहले की गई थी, उससे कहीं ज्यादा करनी होगी, तभी यहां से प्रियंका को जीत हासिल हो सकेगी। इसकी वजह बताने वाले भी यह कह रहे हैं कि चूंकि केंद्र में तीसरी बार प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी इस सीट को अपने पाले में लाने के लिए हर संभव कोशिश करेंगे। इसलिए अब चुनौती बड़ी है इसलिए हर पल इस पर नजर रखने और रणनीति के तहत काम करने की आवश्यकता है।