
जीवन का अटल सत्य मृत्यु है, जिसे कोई बदल नहीं सकता है. इस संसार में जिस व्यक्ति ने जन्म लिया है, उसकी मृत्यु निश्चित है. जब किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो लाश को रात के समय एक पल के लिए भी अकेला नहीं छोडा जाता. क्या आप जानते हैं आखिर ऐसा क्यों होता है?
जब भी किसी व्यक्ति की मृत्यु होती है, तो कभी भी रात के समय उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जाता. अक्सर आपने देखा होगा कि रात के समय लाश को श्मशान घाट नहीं ले जाया जाता है, बल्कि रातभर घर में लाश को रखकर ही उसकी रखवाली की जाती हैं. आखिर ऐसा क्यों किया जाता हैं.
जब किसी व्यक्ति की मृत्यु शाम के समय होती है, तो म्रत शरीर को तुलसी के पौधे के पास रखा जाता हैं. क्योंकि मृत्यु के बाद व्यक्ति की आत्मा आस-पास ही भटकती रहती है.
मृत्यु के बाद जब आत्मा शरीर से बाहर निकल जाती है, तो शरीर एक खाली घर के समान हो जाता है, ऐसे में आत्मा का साया शरीर पर पुनः अपना अधिकार जमा न ले इसलिए शव की पूरी रात देखभाल की जाती है.















