भास्कर समाचार सेवा
हरिद्वार। राजधानी देहरादून में चल रहे अखिल भारतीय पीठासीन अधिकारियों का 79वां सम्मेलन समाप्त होने के बाद विधायी निकायों के 24 विधानमंडलों के प्रतिनिधियों ने हरिद्वार का भ्रमण किया। उन्होंने हरिद्वार के कनखल स्थित दक्ष मंदिर, भारत माता मंदिर, मनसा देवी आदि के दर्शन कर हरकी पैड़ी पर मां गंगा की अर्चना की। इस दौरान गुजरात विधानसभा के स्पीकर राजेन्द्र त्रिवेदी ने कहा कि लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने लोकतंत्र को मजबूत बनाने के लिए उत्तराखंड की पावन भूमि पर विचार विमर्श किया है, जिसके सकारात्मक परिणाम निकलेंगे। हरिद्वार की इस पावन भूमि पर आकर सभी को गंगामइया का आशीर्वाद प्राप्त हुआ है। मसूरी का प्लान बदलकर हरिद्वार आना सभी ने ज्यादा उचित समझा। वहीं सिक्किम के डिप्टी स्पीकर सांगे लेपचा ने कहा कि उत्तराखंड की भूमि पर आकर उन्हें बेहद अच्छा लगा है। यहां की पहाड़ी संस्कृति, जलवायु अद्भुत है। दक्ष मंदिर में पूजा करने से पहले यह दल हरिद्वार के भारत माता मंदिर पहुंचा। इसके बाद यह दल मनसा देवी व हरकी पैड़ी पहुंचे, जहां मां गंगा के निर्मल जल को देख दल के लोग अभिभूत हो गए। श्रद्धा भाव से मां गंगा के जल को नमन करते हुए गंगा जल का आमचन किया। बता दें कि बीते दिनों राजधानी देहरादून में 79वें विधायी निकायों के पीठासीन अधिकारियों का दो दिवसीय सम्मेलन आयोजित किया गया था। इस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक समेत प्रदेश सरकार के मंत्री, शहर के विधायक व पूर्व विधायक भी उपस्थित थे। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने कहा था कि उत्तराखंड की धरती ऋषि मुनियों की धरती है। लोकतंत्र पर लोगों की आस्था का प्रमाण इस बात से मिलता है कि 17वीं लोकसभा में 67.40 मतदान हुआ है। लोकसभा सदन की कार्यवाही 37 दिन चला और 35 विधेयक पास हुए लेकिन एक भी दिन सदन की कार्यवाही स्थगित नहीं हुई। सदन लोकतंत्र का मंदिर है, जनता के विश्वास और भरोसे का मंदिर है। प्रश्नकाल और शून्यकाल में अधिकतर सदस्यों को बोलने का मौका मिला। श्रीगंगा सभा के स्वागत मंत्री डॉ.सिद्धार्थ चक्रपाणी ने बताया की गुजरात, सिक्किम, आंध्रा, कर्नाटक आदि विभिन्न प्रदेशों के विधानसभा अध्यक्ष माँ गंगा की सांध्यकालीन आरती में शामिल हुए और सभा की सम्मति पुस्तिका में आरती की सुंदर व्यवस्था के लिए विचार व्यक्त किये।
इस अवसर पर श्रीगंगा सभा के सभापति पं.कृष्ण कुमार शर्मा, महामंत्री तन्मय वशिष्ठ, प्रचार सचिव शैलेष गौतम, स्वागत सचिव वीरेन्द्र कौशिक, विद्वत परिषद सचिव पं. अमित कौशिक, उज्जवल पंडित, कन्हैया झा आदि के द्वारा अतिथियों को गंगाजलि व प्रसाद भेंट कर स्वागत किया।
खबरें और भी हैं...
अश्वगंधा चूर्ण के वितरण पर रोक: जांच में फेल हुआ ऋषिकुल आयुर्वेद कॉलेज का सैंपल
उत्तराखंड, देश, हरिद्वार
झारखंड: भाजपा सांसद ने झामुमो पर लगाया हमला करने का आरोप
राजनीति, झारखंड चुनाव, देश
वैश्विक मंच पर होगी भारतीय कला की पहचान, महाकुंभ में बिखरेगी उत्तराखंड की खूबसूरत ऊनी वस्त्रों की कारीगरी की चमक
उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड, देहरादून, महाकुंभ 2025