भोपाल। राजधानी भोपाल के निशातपुरा थाना क्षेत्र में चरित्र संदेह के चलते एक ऑटो ड्राइवर ने अपनी पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी। इसके बाद शव को ऑटो से ले जाकर दो किमी दूर अरवलिया स्थित खंती में जला दिया। बचे अवशेषों को दफनाने की कोशिश भी की। बाद में अवशेषों को चाकू से टुकड़े कर अलग-अलग स्थानों पर फेंक दिया। पुलिस ने शनिवार को खंती से महिला की खोपड़ी, पैर और पसली के 14 छोटे-छोटे टुकड़े बरामद किए हैं। महिला 21 मई को लापता हो गई थी।
निशातपुरा थाना पुलिस के अनुसार, सानिया खान (22) की गुमशुदगी 21 मई को दर्ज कराई गई थी। तभी से पति नदीमउद्दीन उर्फ मुन्ना गायब था। मुखबिर की सूचना पर नदीम को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो शुरुआत में उसने गुमराह किया, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर शनिवार को उसने पत्नी सानिया खान की हत्या करना कबूल लिया। साथ ही शव को जलाकर फेंकने की जानकारी दी।
डीएसपी मंजू चौहान ने बताया कि चरित्र संदेह के चलते महिला की उसके पति ने हत्या कर दी। इसके बाद शव को ऑटो में ले जाकर जलाया गया। बचे अवशेषों को दफनाने की कोशिश की गई। मौके से मिले अवशेषों को डीएनए के लिए भेजा गया है। आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।
महिला के ममेरे भाई अनस ने बताया कि सानिया की मां की मौत 12 साल पहले हो चुकी है। पिता वसीम खान अपनी दूसरी बेटी के साथ रहते हैं। ऐसे में सानिया की परवरिश नानी ने ही की। नानी के घर से ही परेवाखेड़ा में रहने वाले ऑटो चालक नदीम से उसका निकाह 2020 में लॉकडाउन के दौरान हुआ था। शादी के वक्त दहेज में जरूरत के तमाम सामान दिए थे। बावजूद इसके शादी के पांच दिन बाद से ही नदीम ने बाइक की मांग करना शुरू कर दिया। वह आए दिन उसे घर से निकाल दिया करता था। चरित्र संदेह के चलते कई बार मारपीट कर चुका है।
अनस ने बताया कि सानिया की दो महीने की बेटी की भी ढाई महीने पहले मौत हो गई थी। उसके ऊपर खौलता हुआ पानी गिर गया था। तब से सानिया और नदीम के रिश्ते और बिगड़ गए। तंग आकर वह बहन घर आ गई थी। इसके बाद सानिया को नदीम ने मिलने के बहाने से 21 मई को बुलाया। वह बिन बताए घर से निकली और लापता हो गई। हमने उसकी गुमशुदगी थाना निशातपुरा में दर्ज कराई थी। कहीं कोई सुराग नहीं मिला। पांच दिन पहले गांव में हम स्वयं बहन की तलाश करते हुए पहुंचे। वहां कुछ लोगों ने जानकारी दी कि बहन को नदीम ने कुछ दिन पहले निर्वस्त्र कर घुमाया और पीटा था। इस बात की जानकारी पुलिस को दी। तब उसे हिरासत में लिया गया।