पटना, बिहार में विधानसभा चुनाव के लिए हर दल का प्रचार अब पूरे सबाब पर है। इस बीच खुफिया रिपोर्ट में बड़े नेताओं की चुनावी सभाओं पर हमले की आशंका जताई गई है। इसे देखते हुए बिहार पुलिस मुख्यालय ने सभी जिलों के एसपी और सभी रेंज के आईजी-डीआईजी को हाई अलर्ट जारी किया है।
पुलिस मुख्यालय को बिहार चुनाव के दौरान आने वाले वीआईपी नेताओं पर हमले की आशंका है। पुलिस मुख्यालय के निर्देशानुसार सुरक्षा व्यवस्था की नये सिरे से समीक्षा की जा रही है। पुलिस मुख्यालय ने अपने पत्र में कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी, डिप्टी सीएम सुशील मोदी के रैली में कोई अनहोनी हो सकती है, इसलिए इन नेताओं की रैली में अतिरिक्त चौकसी बरती जाए। इसके अलावा, सीएम नीतीश कुमार और राजद नेता तेजस्वी यादव की रैली को लेकर भी अलर्ट जारी किया गया है।
सोमवार को एडीजी मुख्यालय जितेंद्र कुमार ने बताया कि चुनाव प्रचार को लेकर कई राष्ट्रीय नेता आ रहे हैं। इस दौरान भीड़ होगी। इसे देखते हुए विशेष सावधानी बरतने के निर्देश दिये गये हैं। इसी सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत कई बड़े नेताओं की चुनावी सभाएं होनी हैं। इसको लेकर बिहार पुलिस मुख्यालय सचेत है और खुफिया रिपोर्ट में हमले के संकेत के बाद अलर्ट जारी किया है।
23 अक्टूबर को है मोदी और राहुल गांधी की सभा
चुनाव प्रचार के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बिहार में 12 और कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की भी छह रैलियां चुनावी रैलियां होने वाली हैं। दोनों की पहली रैली 23 अक्टूबर को है। पीएम मोदी की 23 अक्टूबर की पहली सभा सासाराम में है। उसके बाद वह गया और भागलपुर में सभा करेंगे। 28 अक्टूबर को दरभंगा, मुजफ्फरपुर और पटना में तीसरी रैली करेंगे। एक नवम्बर को छपरा, पूर्वी चंपारण और समस्तीपुर में रैली करेंगे। 3 नवम्बर को पश्चिमी चंपारण, सहरसा और अररिया के फारबिसगंज में होगी। इसके अलावा गृहमंत्री अमित शाह तथा कांग्रेस की प्रियंका गांधी भी बिहार आने वाले नेताओं में शामिल हैं।
पटना के गांधी मैदान में मोदी की सभा में पहले भी हो चुका सीरियल ब्लास्ट
पटना के गांधी मैदान में आयोजित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक चुनावी रैली के दौरान पहले भी सीरियल ब्लास्ट हो चुका है। 27 अक्टूबर, 2013 को हुंकार रैली हुई थी। तब नरेन्द्र मोदी भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद के प्रत्याशी घोषित हो चुके थे। उनके पटना आगमन के पहले ही पटना जंक्शन पर बम फटा था। जब वे पटना पहुंचे तो प्रशासन ने उनको रैली स्थल पर जाने से रोका परन्तु वह नहीं माने। गांधी मैदान में उनके भाषण के दौरान भी एक के बाद एक कई धमाके हुए थे।