लखनऊ पुलिस लाइन में बुधवार को महिला रिक्रूट के दीक्षांत परेड की मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सलामी ली। इस दौरान उन्होंने लखनऊ कमिश्नरेट भवन का वर्चुअल शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब प्रदेश के अंदर भर्ती प्रक्रिया बढ़ानी थी, तब हमने न्यायालय से सिफारिश की। न्यायालय ने हमे मौका दिया और पारदर्शिता के साथ भर्तियां हुईं। बोले, अच्छी कानून व्यवस्था की वजह से प्रदेश में निवेश बढ़ा है, जो प्रदेश कभी दंगा ग्रस्त हुआ करता था और अपराधियों को संरक्षण दिया करता था। वह आज उत्तम प्रदेश के लिए जाना जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2017 से पहले मात्र छह हजार आरक्षियों का रिक्रूट कार्यक्रम हुआ था, लेकिन आज हमने 15,428 आरक्षियों को रिक्रूट किया। 1947 के बाद यूपी पुलिस बल को सबसे ज्यादा बजट दिया ताकि पुलिस बल मजबूत हो सके। आज प्रदेश के लिए बड़ा दिन है। 15428 आरक्षी ज दीक्षांत परेड में लखनऊ पुलिस में 519 महिला आरक्षी रिक्रूट हुई हैं। प्रदेश की बेटियां प्रदेश के विकास के लिए जो कार्य कर रही हैं आज यह कार्यक्रम उसकी एक झलक है। 2017 के पहले प्रदेश की कानून व्यवस्था और महिला सुरक्षा पर सवाल खड़े होते थे, लेकिन सरकार बनने के बाद हमने तय किया था की पुलिस भर्ती में 20 प्रतिशत महिलाओं को जगह देंगे। जो प्रदेश आज से पांच वर्ष पहले एक प्रश्न प्रदेश बना हुआ था वह आज पूरे देश के लिए उत्तर प्रदेश बना हुआ है। सीएम ने कहा कि मेरा ये शुरू से मानना रहा है की पुलिस बल जितना ज्यादा मजबूत रहेगा उतना ही प्रदेश सकारात्मक रहेगा।