दो सीट पर दूसरे, छह सीटों पर तीसरे और चार सीटों पर चौथे नंबर पर रही पार्टी
चंडीगढ़ । पंजाब में लोकसभा चुनाव के दौरान हारने के बावजूद भारतीय जनता पार्टी का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा है। भाजपा के वोट प्रतिशत में भारी उछाल आया है। यह परिणाम विधानसभा चुनाव के संबंध में अच्छा संकेत है।
वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने दो सीटों पर जीत दर्ज की थी। इसके बावजूद भाजपा का वोट प्रतिशत 9.63 था। इस बार भाजपा ने किसी भी सीट पर जीत हासिल नहीं की है लेकिन भाजपा का वोट प्रतिशत 18.56 प्रतिशत तक पहुंच गया है।
यह पहला मौका है जब भाजपा को प्रदेश में इतने बड़े स्तर पर वोट मिले हैं। भाजपा अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने पंजाब वासियों का आभार व्यक्त करते हुए इसे भविष्य के लिए अच्छे संकेत बताया है। भाजपा राज्य की दो लोकसभा सीटों पर दूसरे स्थान पर आई है।
पंजाब के होशियारपुर लोकसभा से अनिता सोमप्रकाश एक लाख 99 हजार 994 वोट, आनंदपुर साहिब लोकसभा हलके से सुभाष शर्मा एक लाख 86 हजार 578 वोट, अमृतसर से भाजपा प्रत्याशी 207205 वोट, फतेहगढ़ साहिब से भाजपा प्रत्याशी गेजाराम एक लाख 27 हजार 521 वोट, फिरोजपुर से पार्टी प्रत्याशी दो लाख 55 हजार 97 वोट तथा पटियाला से भाजपा प्रत्याशी परनीत कौर दो लाख 88 हजार 998 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रही हैं।
इसके अलावा पंथक सीट खडूर साहिब से भाजपा प्रत्याशी 86373 वोट लेकर चौथे स्थान पर रहे हैं। फरीदकोट से भाजपा प्रत्याशी हंसराज हंस को एक लाख 23 हजार 533 वोट, बठिंडा लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी परमपाल कौर सिद्धू को एक लाख 10 हजार 762 वोट तथा संगरूर से अरविंद खन्ना एक लाख 28 हजार 253 वोट लेकर चौथे स्थान पर रहे हैं।
कांग्रेस ने प्रदेश में सर्वाधिक सीटों पर जीत दर्ज की है। इसके बावजूद वर्ष 2019 में जहां कांग्रेस को 40.12 प्रतिशत वोट शेयर मिला था वहीं इस बार यह कम होकर 26.30 प्रतिशत पर आ गया है।
शिरोमणि अकाली दल को वर्ष 2019 में 27.45 प्रतिशत वोट शेयर मिला था जो इस बार कम होकर 13.12 प्रतिशत पर आ गया है।
आम आदमी पार्टी को वर्ष 2019 में मात्र 7.38 प्रतिशत वोट शेयर मिला था, जो इस बार बढक़र 26.02 पर पहुंच गया है लेकिन पार्टी को केवल तीन सीटों पर ही जीत हासिल हुई है। वर्ष 2019 के चुनाव में अन्यों को जहां 10.26 प्रतिशत वोट मिले थे वहीं इस बार के चुनाव में यह बढ़क़र 12.51 प्रतिशत तक पहुंच गया है।