नीट में आज फिर सुनवाई ……..आईआईटी दिल्ली को दिया ये काम

-तीन विशेषज्ञों की एक टीम गठित करने का आदेश
नई दिल्ली । सुप्रीम कोर्ट ने नीट मामले पर सुनवाई कर सोमवार को आईआईटी दिल्ली से कहा है कि वे नीट के विवादित प्रश्न से जुड़े विषय के तीन विशेषज्ञों की समिति बनाए जो इसके सही उत्तर पर राय देगी। नीट यूजी मामले में सुप्रीम कोर्ट ने सुनवाई मंगलवार तक के लिए टाल दी है। सुप्रीम कोर्ट ने आईआईटी दिल्ली के निदेशक को मंगलवार दोपहर 12 बजे तक मेडिकल प्रवेश परीक्षा नीट के विवादित प्रश्न के सही उत्तर पर राय बनाने के लिए संबंधित विषय के तीन विशेषज्ञों की एक टीम गठित करने का आदेश दिया है। कुछ छात्रों ने प्रश्न संख्या 19 के दो विकल्पों के लिए अंक देने के एनटीए के फैसले को चुनौती दी थी। याचिकाकर्ता छात्र का कहना है कि नेगेटिव मार्किंग के डर से उस प्रश्न को छोड़ दिया था।

मुख्य न्यायाधीश डी वाई चंद्रचूड़ ने सुनवाई शुरू होते ही पूछा कि नीट के सेंटर व शहर आधिरित रिजल्ट से क्या निकला? याचिकाकर्ता के वकील नरेन्द्र हुड्डा ने कहा कि हमने डेटा पर आधारित नोट सब्मिट कर दिया है। उन्होंने दावा किया कि नीट का पेपर परीक्षा के दिन 5 मई से दो दिन पहले ही लीक हो चुका था। उन्होंने कहा कि नीट का पेपर 3 मई को या उससे पहले लीक हो चुका था। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि आरोपियों के बयानों से साफ होता है कि नीट पेपर लीक 4 मई से पहले हुआ। मुख्य न्यायाधीश (सीजेआई) चंद्रचूड़, न्यायमूर्ति जे बी पारदीवाला और न्यायमूर्ति मनोज मिश्रा की पीठ नीट को लेकर दायर 40 से अधिक याचिकाओं पर सुनवाई की। सोमवार को सुनवाई के दौरान सीजेआई ने वकील हुड्डा से कहा कि आप कैसे साबित कर सकते हैं कि नीट पेपर लीक पूरे देश में फैल गया? अदालत के समक्ष कोई ठोस आधार रखा जाए। अभी तक हमारे पास ऐसा कोई ठोस सबूत नहीं है। अगर कुछ सेंटरों के ज्यादा मार्क्स देखने में आए हैं, तब उन्हें पेपर लीक से कैसे जोड़ें। याचिकाकर्ताओं ने वकील ने मांग की कि 5 मई को हुई नीट को प्रीलिम्स मान लिया जाए और अब मेंस परीक्षा कराई जाए। एक अन्य सुझाव यह दिया कि सभी नीट क्वालिफाई करने वाले छात्रों को फिर से टेस्ट होना चाहिए।

इसके पहले राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करते हुए नीट के सेंटर वाइज व सिटी वाइज परिणाम जारी किए। एनटीए द्वारा जारी रिजल्ट के डेटा के विश्लेषण से पता चला है कि पेपर लीक और अन्य अनियमितताओं से कथित तौर पर लाभान्वित होने वाले उम्मीदवारों ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया। हालांकि कुछ केंद्रों पर अच्छा प्रदर्शन करने वाले छात्रों की संख्या अधिक रही। जांच के दायरे में आए केंद्रों के अभ्यर्थियों का प्रदर्शन तुलनात्मक रूप से काफी खराब था। नीट देने वाले करीब 24 लाख अभ्यर्थी परीक्षा पर न्यायालय के अंतिम फैसले का इंतजार कर रहे हैं। पिछली सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने माना है कि हजारीबाग और पटना में नीट का पेपर लीक हुआ।

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