किसी बच्चे को अगर बड़ी जतन के बाद कोई खिलौना मिला हो और उसे छीन लिया जाए तो क्या हो ? आइये आपको दिखाते हैं इस वीडियो में…
इसे गौर से देखिये। किसी बच्चे की तरह रोता बिलखता ये शख्स नेता है. जैसे किसी बच्चे का फेवरेट खिलौना छीन लिया जाता है तो वो पुरे घर को आसमान पर उठा लेता है. ठीक उसी प्रकार बच्चे की तरह रोते इस नेता ने भी पुरे ऑफिस को ही सर पर उठा लिया. एक बच्चे की तरह नेता जी रो रहे हैं जैसे उनके हाथ से लॉली पॉप छीन लिया हो. नेता बनने का खवाब लिए हुए ये शख्स आर ओ ऑफिस तो पहुँच गया. उसे नहीं मालुम था की आज उसका खवाब टूट जाएगा.
इस नए नवेले नेता के आंसू में दर्द है. गम है इस बात का की उसका नामांकन नहीं हुआ. जिस चुनाव के लिए उसने पांच साल तक मेहनत की. अपनी पहचान बनाई वो एक पल में ही खत्म हो गया. अब इस प्रत्याशी को राजनीति में आने के लिए पांच साल का वनवास काटना होगा।. ये चुनाव तो भइया इनके हाथ से गया.
हंगामा करता हुआ ये शख्स निर्दलीय प्रत्याशी है. ये शख्स कार्यालय के बाहर ही रो रो कर हंगामा करने लगा. ये वीडियो गोपालगंज की है. जहाँ बरौली विधानसभा के आर ओ ऑफिस के बाहर ये हंगामा हुआ. नामांकन रद्द होने की वजह से अनिल कुमार रोने लगे. तो उनका भांजा भी रोते रोते ज़मीन पर गिर पड़ा. आस पास के लोगों ने उन्हें संभालने की बहुत कोशिश की पर दोनों के रोने का सिलसिला जारी रहा. इस नौटंकी का वीडियो आस पास के लोगों ने अपने कैमरे में कैद कर लिया.
अनिल कुमार का कहना है की आर ओ ने उनका काम नहीं किया. सिर्फ अनिल कुमार ही नहीं प्रत्याशी विजय प्रताप सिंह और जयनाथ प्रसाद यादव ने भी आर ओ पर आरोप लगाए. नामांकन न मिलने पर ये जिला मजिस्ट्रेट अरशद अजीज के पास पहुंचे. वहां पर अपनी शिकायत दर्ज की. पर कोई फायदा नज़र नहीं आया जिला मजिस्ट्रेट ने भी कार्यवाही करने से मना कर दिया. अब नेता जी करे तो करे क्या और जाये तो जाये कहां?