नगर निगम की बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पास

-लपरवाह कर्मचारियों को नगर आयुक्त ने दी कार्य में सुधार लाने की हिदायत

डिजीटल भास्कर समाचार सेवा

मथुरा। नगर निगम की बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित हुए। इस दौरान निगम की कार्यकारी समिति के लिए छह नए सदस्यों के नामों का चयन भी किया गया। यह स्थान पुराने छह सदस्यों का दो वर्षीय कार्यकाल पूरा होने पर खाली हुए थे।
महापौर डा.मुकेश आर्यबंधु ने बताया कि राजेश सिंह पिंटू, रसिक नागाचार्य, दीपक गोला, स्वेता शर्मा, गोविंद सिंह, रजनी का चुनाव नए सदस्य के रूप में हुआ है। उमेश भारद्वाज, मीरा मित्तल, रश्मि शर्मा, कुलदीप चैधरी, गोविंद दिवाकर व सुमित वर्मा का दो साल का कार्यकाल पूरा हो जाने पर यह पद रिक्त हुए थे। मेयर ने चुने गए सभी सदस्यों को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने बताया कि दो साल बाद छह समिति सदस्यों का कार्यकाल पूरा होता है और अगले दो साल के लिए छह नए सदस्यों का चुनाव किया जाता है। यह 12 सदसीय कैबिनेट होती है। पार्षद हेमंत अग्रवाल ने बताया कि कार्यकारिणी समिति नगर निगम की बेहद महत्वपूर्ण इकाई है। समिति महत्वपूर्ण मुद्दों पर अपनी रिपोर्ट देती है। कई मुद्दों का समिति अपने स्तर पर निस्तारण कर देती है, जिन मुद्दों का निस्तारण समिति के स्तर पर नहीं हो पता है उन मुद्दों को बोर्ड बैठक रखने के लिए भेज देती है। बजट को भी पहले समिति पास करती है फिर बोर्ड बैठक में रखा जाएगा। बोर्ड बैठक में कई महत्वपूर्ण प्रस्तावों पर भी मोहर लगी। कुछ सदस्यों द्वारा मथुरा वृंदावन के मंदिर और मठों को टेक्स फ्री करने का प्रस्ताव रखा गया। बोर्ड बैठक में श्रीकृष्ण जन्मभूमि के मुख्यगेट पर बने पुलिस कैबिन को लेकर भी एक प्रस्ताव पास हुआ। पार्षद ने बताया कि पुलिस वालों ने यहां एक कैबिन बना रखी है। इसके चलते प्रवेश द्वार का सौंदर्यीकरण भी नहीं हो पा रहा है और आने जाने वालों को तकलीफ होती है। सिटी मजिस्ट्रेट ने उस कोठरी को 133 में कुर्क कर नगर निगम को तोडने के आदेश दे दिए हैं। नगर निगम ने इस प्रस्ताव को भी सर्वसम्मति से पारित कर दिया है। बैठक के दचैरान चीफ इंजीनियर राजवीर सिंह यादव पर रिश्वत लेने और बिना पार्षदों की सहमति के कुछ अनियमितता वाले भुगतान करने के आरोप लगे। इस पर नगर आयुक्त ने चीफ इंजीनिर को एक महीने में कार्यशैली सुधारने की चेतावनी दी।

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