
मोंठ। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी संजय कुमार सिंह ने गुरुवार को मोंठ विकास खंड क्षेत्र में संचालित तीन गौशालाओं का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने गौवंश की संख्या, चारे की उपलब्धता, स्वास्थ्य स्थिति, साफ-सफाई और अन्य व्यवस्थाओं का बारीकी से जायजा लिया। निरीक्षण में तीनों गौशालाओं की व्यवस्थाएं संतोषजनक पाई गईं।
गो आश्रय स्थल अमरा मोंठ का निरीक्षण
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा गो आश्रय स्थल अमरा मोंठ का निरीक्षण किया गया। यहां कुल 205 संरक्षित गौवंश पाए गए। गौशाला में भूसा, चूनी, चोकर एवं गुड़ की समुचित उपलब्धता दर्ज की गई। सभी गौवंश का स्वास्थ्य सामान्य पाया गया। गौशाला परिसर में साफ-सफाई की स्थिति संतोषजनक रही। सुरक्षा एवं निगरानी की दृष्टि से परिसर में सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं, जिससे व्यवस्थाओं पर सतत नजर रखी जा सके।
गो आश्रय स्थल रेव मोंठ का निरीक्षण
इसके बाद गो आश्रय स्थल रेव मोंठ का निरीक्षण किया गया। यहां 290 गौवंश संरक्षित हैं। गौशाला में भूसा, चूनी और चोकर की पर्याप्त व्यवस्था पाई गई। गौशाला के समीप निजी भूमि पर लगभग दो एकड़ क्षेत्रफल में हरे चारे के रूप में बरसीम की फसल उगाई गई है, जिससे गौवंश को पौष्टिक आहार उपलब्ध कराया जा रहा है। साथ ही परिसर एवं आसपास वृक्षारोपण भी किया गया है। निरीक्षण में गौवंश का स्वास्थ्य सामान्य तथा साफ-सफाई की व्यवस्था संतोषजनक पाई गई।
गो आश्रय स्थल बम्हरौली मोंठ का निरीक्षण
अंत में गो आश्रय स्थल बम्हरौली मोंठ का निरीक्षण किया गया। यहां कुल 140 गौवंश संरक्षित हैं। गौशाला में भूसा, चूनी और चोकर की उपलब्धता सुनिश्चित पाई गई। निजी भूमि पर लगभग एक एकड़ क्षेत्र में हरे चारे के लिए बरसीम की व्यवस्था की गई है। सभी गौवंश स्वस्थ पाए गए तथा गौशाला की साफ-सफाई भी संतोषजनक रही।
निरीक्षण के दौरान मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी संजय कुमार सिंह ने संबंधित कर्मचारियों एवं प्रबंधन को निर्देश दिए कि गौवंश की देखभाल, पोषण, स्वास्थ्य परीक्षण और साफ-सफाई पर निरंतर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि गौशालाओं में हरे चारे की व्यवस्था को और मजबूत किया जाए तथा नियमित निरीक्षण के माध्यम से व्यवस्थाओं को और बेहतर बनाया जाए।
ये भी पढ़े – झांसी : गैस भरते समय एम्बुलेंस में लगी भीषण आग, सारा सामान जलकर खाक










