
मितौली खीरी : जवाहर नवोदय विद्यालय सोमवार को तब सुर्खियों में आ गया जब सैकड़ों छात्र-छात्राओं ने प्राचार्य एस.के. सक्सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। छात्रों ने प्राचार्य पर तानाशाही, शारीरिक उत्पीड़न और छात्राओं के प्रति अशोभनीय व्यवहार के संगीन आरोप लगाए।
प्रदर्शनकारियों में कक्षा 9 से 12 तक के करीब 160 छात्रों ने भूख हड़ताल शुरू कर दी और खुद को एक कक्षा में बंद कर लिया। मामला उस वक्त और गंभीर हो गया जब प्रदर्शन का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसमें कुछ छात्र आत्महत्या की धमकी देते दिखाई दिए। वीडियो में छात्रों ने चेतावनी दी कि यदि जिलाधिकारी एक घंटे के भीतर नहीं पहुंचे तो वे आत्मघाती कदम उठाएंगे।
छात्रों का आरोप है कि प्राचार्य छात्राओं को जबरन डांस करने को मजबूर करते हैं, विशेषकर अपने जन्मदिन जैसे निजी अवसरों पर। विरोध करने पर टीसी देकर निकालने की धमकी दी जाती है। इसके अलावा, विद्यालय में कार्यरत चपरासी कमाल अहमद पर भी डराने-धमकाने और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोप लगाए गए हैं।
छात्रों की चेतावनी के बाद प्रशासन में हड़कंप मच गया। मौके पर नवोदय समिति के सहायक आयुक्त सुमन कुमार, एसडीएम रेणु मिश्रा, सीओ जितेन्द्र सिंह, तहसीलदार ज्योति वर्मा समेत भारी पुलिस बल पहुंचा। छात्रों को शांत करने के कई प्रयास विफल होने के बाद, पुलिस को कक्षा का दरवाजा तोड़ना पड़ा। घटनास्थल पर एबीवीपी कार्यकर्ता भी पहुंचे और छात्रों के समर्थन में जोरदार प्रदर्शन किया। संगठन ने प्राचार्य के तत्काल निलंबन और छात्रों की सुरक्षा की गारंटी की मांग उठाई।
घटना की गंभीरता को देखते हुए प्राचार्य एस.के. सक्सेना को कार्यमुक्त कर अवकाश पर भेजने का आश्वासन दिया गया और विद्यालय की जिम्मेदारी उप प्राचार्य आर.के. सिंह को सौंपी गई। एहतियात के तौर पर एम्बुलेंस और चिकित्सा दल भी तैनात किया गया।
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