-मुख्यमंत्री और राज्यपाल कपाट खुलने के मौके पर रहेंगे मौजूद
-केदारधाम को 35 क्विंटल फूलों से सजाया जा रहा
-बाबा की पंचमुखी उत्सव डोली केदारनाथ धाम पहुंची
केदारनाथ (हि.स.)। उच्च हिमालय में स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्वप्रसिद्ध केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल (मंगलवार) को वैदिक मंत्रोच्चारण और शुभ लग्नानुसार श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए जाएंगे। केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली गौरीकुंड से प्रस्थान कर रात्रि प्रवास के लिए केदारनाथ धाम पहुंच गई है।
बदरी-केदार मंदिर समिति (बीकेटीसी) की ओर से इस संबंध में सभी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया गया है। मंदिर को 35 क्विंटल फूलों से सजाया जा रहा है। इस मौके पर राज्यपाल और मुख्यमंत्री सहित अन्य गण्यमान्य केदारनाथ धाम के कपाट खुलने क साझी बनेंगे।
शीतकालीन गद्दीस्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से गत 21 अप्रैल को केदार बाबा की चल विग्रह डोली केदारपुरी के लिए रवाना हुई थी। केदार बाबा की उत्सव डोली प्रथम पड़ाव के लिए गुप्तकाशी, दूसरे पड़ाव के लिए फाटा और तीसरे पड़ाव रविवार को गौरीकुंड पहुंची थी। सोमवार को सुबह 8 बजे मुख्य पुजारी शिव लिंग ने केदार बाबा की पंचमुखी डोली की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगाया।
इस दौरान वहां उपस्थित भक्तों ने बाबा केदार की पंचमुखी भोगमूर्ति के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। इसके बाद बाबा केदारनाथ की पंचमुखी चलविग्रह उत्सव डोली भक्तों के जयकारों एवं 6 ग्रेनेडियर आर्मी रेजीमेंट की बैंड धुनों के साथ अपने धाम को रवाना हुई। बाबा केदार की डोली ने भीमबली, जंगलचट्टी, लिनचोली होते हुए दोपहर बाबा केदारनाथ धाम पहुंची। यहां मंदिर समिति के कर्मचारी और प्रशासन अधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया।
कल 25 अप्रैल को 6 बजकर 20 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि विधान से केदारनाथ के कपाट आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले जाएंगे। इसके बाद ग्रीष्मकाल के छह माह तक यहीं पर बाबा केदार की नित्य पूजा अर्चना संपन्न होगी। इस अवसर पर मुख्य पुजारी केदारनाथ शिव लिंग,मन्दिर समिति डोली प्रबंधक प्रदीप सेमवाल,राजकुमार तिवारी समेत हजारों की संख्या में भक्तजन उपस्थित थे।
मंदिर समिति ने की सभी तैयारियां पूरी : बीकेटीसी अध्यक्ष
बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने बताया कि कपाट खोलने को लेकर मंदिर समिति ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। कपाट खुलने का साक्षी बनने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच गए हैं। कपाट खुलने के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टीनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेनि) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी समेत अनेक गण्यमान्य लोग उपस्थित रहेंगे।
श्रद्धालुओं से की अपील –
अध्यक्ष अजेंद्र ने विगत कुछ दिनों से केदारनाथ धाम में रुक-रुक कर बर्फबारी और बारिश को देखते हुए श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे यात्रा शुरू करने से पूर्व प्रदेश सरकार के जारी दिशा- निर्देशों का पालन करें। मौसम की प्रतिकूलता को देखते हुए केदारनाथ धाम में आवास की व्यवस्था पहले सुनिश्चित कर लें। खास कर बच्चों व बुजर्गों के साथ यात्रा करने वालों को विशेष सावधानी रखने की आवश्यकता है। किसी प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे श्रद्धालुओं को आवश्यक रूप से डॉक्टरी सलाह लेनी चाहिए।
केदारनाथ धाम 7 हजार श्रद्धालु पहुंचे –
केदारनाथ धाम में कपाट खुलने के समय से पहले अब तक करीब 7 हजार श्रद्धालु केदारनाथ धाम पहुंच गए हैं, जबकि मंगलवार को भी बड़ी संख्या में तीर्थयात्री और स्थानीय लोग केदारनाथ पहुंचेगे। सोमवार को सोनप्रयाग से 5,600 तीर्थयात्री और स्थानीय लोग केदारनाथ के लिए रवाना हुए थे। हालांकि केदारनाथ में अभी ज्यादा लोगों के ठहरने की व्यवस्था नहीं है, मगर पहले दिन केदारनाथ में कपाट खुलने के मौके पर 10 हजार से अधिक तीर्थयात्री और स्थानीय लोगों के मौजूद होने की उम्मीद है।
धाम में लगाया भंडारा –
कपाट खुलने से केदारनाथ धाम में तीर्थयात्री और स्थानीय लोगों के साथ ही अधिकारी कर्मचारियों की सहायता के लिए श्री राम विकुजी भंडारा समूह की ओर से भंडारा लगाया गया है। केदारनाथ धाम में उन्होंने 9वीं बार भंडारा लगाया है। इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने प्रसाद लिया।
इस मौके पर भंडारा समूह के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह नेगी,मनीष नेगी, विनोद तोपाल, पंकज पंवार, जितेंद्र सिंह नेगी, कुशाल नेगी, विनय जोशी आदि मौजूद थे।