
बाढ़ में डूबी आधी दिल्ली, सीएम आवास और रिंग रोड में घुसा पानी
आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालयों को वर्क फ्रॉम होम करने का निर्देश
तीन वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट बंद, की जाएगी पानी की राशनिंग
दिल्ली के अंदर प्रवेश करने वाले भारी वाहनों पर लगा प्रतिबंध
भास्कर ब्यूरो
नई दिल्ली। दिल्ली में बाढ़ ने तबाही मचाई है। गुरुवार की शाम 5 बजे तक यमुना नदी का जलस्तर 208.65 मीटर तक पहुंच चुका है। इतना जलस्तर यमुना नदी में कभी नहीं पहुंचा। दिल्ली के कई निचले इलाके यमुना के पानी में डूब गए हैं। आईटीओ, निगमबोध घाट, कश्मीरी गेट, यमुना बाजार तथा सिविल लाइंस जैसे वीआईपी इलाकों में तीन से चार फुट तक पानी भरा हुआ है। वहीं मुख्यमंत्री आवास परिसर भी बाढ़ की चपेट में आ गया। वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट में पानी घुस गया। तीनों प्लांटों बंद कर दिए गए। जिससे दिल्लीवासियों के सामने को पीने के पानी बड़ा संकट पैदा हो गया है।
हथिनीकुंड से आए पानी से दिल्ली में बनी बाढ़ की स्थिति पर बेशर्मी से न्यूज़ चैनल्स पर नाच रही नॉयडा नृतक मंडली नॉयडा के डूबने की खबर क्यों छिपा रही है? pic.twitter.com/Q8JGwpyXVR
— Ashutosh S. Sengar (@ashutoshss) July 13, 2023
यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद सीएम अरविंद केजरीवाल ने सभी स्कूलों-कॉलेजों और यूनिवर्सिटी को रविवार तक के लिए बंद करने का आदेश दिया है। यमुना में बढ़ते जल स्तर को लेकर गुरुवार को डीडीएमए की बैठक हुई, जिसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। सीएम अरविंद केजरीवाल ने बताया कि यमुना का जल स्तर अभी बढने की संभावना है। इसलिए आवश्यक सेवाओं को छोड़कर दिल्ली सरकार के सभी कार्यालयों को रविवार तक बंद करने का आदेश दिया गया है। सभी कर्मचारी रविवार तक घर से ही काम करेंगे। प्राइवेट संस्थानों को भी एडवाइजरी जारी कर अधिक से अधिक वर्क फ्राम होम करने की अपील की जा रही है। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला वाटर ट्रीटमेंट प्लांट को बंद करना पड़ा है।
इससे 25 फीसद पानी का प्रोडक्शन कम हो गया है। दो तीन दिनों तक दिल्लीवासियों को पीने के पानी के भारी किल्लत का सामना करना पड़ेगा। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने यमुना का जल स्तर बढ़ने के बाद दिल्ली में पैदा होने पर आज को हुई डीडीएमए की आपात बैठक में कई बड़े निर्णय लिए गए। इन निर्णयों की जानकारी देते हुए केजरीवाल ने कहा कि रविवार तक सभी स्कूल, कॉलेज और यूनिवर्सिटी को बंद करने का निर्णय लिया गया है। आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी सरकारी कार्यालयों को वर्क फ्रॉम होम करने का निर्देश दिया गया है। प्राइवेट कार्यालयों के लिए भी एडवाइजरी जारी की जा रही है कि ज्यादा से ज्यादा वर्क फ्रॉम होम से काम करें। दिल्ली के अंदर प्रवेश करने वाले भारी वाहनों पर प्रतिबंध लगाया जा रहा है। सिर्फ आवश्यक सेवाएं देने वाले भारी वाहनों को ही दिल्ली में आने दिया जाएगा।