महाराष्ट्र के 11 जिलों में आज भारी बारिश की संभावना, कई नदियां उफान पर

रायगढ़ और रत्नागिरी में भारी बारिश से कई नदियां उफान पर, एनडीआरएफ की टीम तैनात

मुंबई । महाराष्ट्र के रायगढ़ और रत्नागिरी जिले में भारी बारिश से कई नदियां उफान पर हैं और खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं। चिपलुन, संगमेश्वर आदि शहरों में बारिश का पानी घुस गया है। रायगढ़ और रत्नागिरी में एनडीआरएफ की टीमें तैनात कर दी गई है और नदियों के तटीय इलाकों में बसे लोगों से सुरक्षित स्थानों की अपील की जा रही है।

मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने प्रदेश में सोमवार को भारी बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया है। आईएमडी जहां भारी बारिश को लेकर रत्नागिरी जिले के लिए रेड अलर्ट जारी किया, वहीं रायगढ़, सिंधुदुर्ग, पुणे, सतारा, कोल्हापुर, परभणी, हिंगोली, अमरावती, वर्धा और यवतमाल के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। इसी तरह मुंबई, ठाणे, पालघर और धुले के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।

रत्नागिरी जिले के संगमेश्वर में गाद नदी में बाढ़ आ गई है और बाढ़ का पानी संगमेश्वर के बाजार में चला गया है। लगातार हो रही बारिश से संगमेश्वर तहसील, कोंड, अंबेड-डिंगनी-करजुवे, धामनी, कसबा आदि इलाकों में पानी भर गया है। इसलिए इन इलाकों के बीच यातायात बंद कर दिया गया है। लोगों को सतर्क कर दिया गया है।

रत्नागिरी के खेड़-दिवानखावटी में नदी में बाढ़ आ गई है और सात गांवों का संपर्क टूट गया है। गणेशवाड़ी में सात वाडियों का संपर्क काट दिया गया है। भारी बारिश के कारण ग्रामीण इलाकों में जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। यहां राजस्व और पुलिस प्रशासन अलर्ट मोड पर है।

रायगढ़ जिले में शनिवार रात से लगातार हो रही भारी बारिश से जिले में कुंडलिका, पातालगंगा और अंबा नदियां खतरे के निशान को पार कर गई हैं और प्रशासन ने रोहा, नागोथने, खालापुर, खोपोली और अप्टा क्षेत्रों के नागरिकों को सतर्क रहने की चेतावनी दी है।

रोहा शहर में कुंडलिका नदी पर बना छोटा पुल यातायात के लिए पूरी तरह से बंद कर दिया गया है क्योंकि इसके ऊपर से पानी बहने लगा है। रायगढ़ जिले के महाड और पोलादपुर में भारी बारिश के कारण नदी-नाले उफान पर हैं। जिले की सावित्री नदी उफान पर है और अगर अगले कुछ घंटों तक बारिश जारी रही तो नदी में बाढ़ आ जाएगी। इसके चलते आसपास के गांवों में सतर्कता की चेतावनी दी गई है। एनडीआरएफ की टीम भी सावित्री नदी के जलस्तर पर नजर रखे हुए है।

वशती नदी की बाढ़ का पानी चिपलून शहर में घुसना शुरू हो गया है और वशती नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। नाइकी कंपनी क्षेत्र के बाजारों में पानी घुसना शुरू हो गया है और चिपलुन में प्रशासन अलर्ट मोड पर है, जबकि शहर में एनडीआरएफ की एक टीम तैनात की गई है। चिपलून नगर प्रशासन द्वारा व्यापारियों और नागरिकों को सतर्क कर दिया गया है।

रविवार से लगातार हो रही बारिश के कारण खेड़ तालुका के बहिरवाली और खादीपट्टा डिवीजन को जोड़ने वाले देवाने पुल के पानी में डूबने की आशंका है। खेड़ शहर से देवाने पुल तक जाने वाली सड़क पहले ही पानी में डूबी हुई है और नारंगी नदी का पानी देवादे बाढ़ के ऊपर से बह रहा है। इसके कारण इस मार्ग पर यातायात पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है और सुसारी नंबर एक का पुल डूब जाने से खेड़ भैरवाली का वैकल्पिक मार्ग भी पूरी तरह से अवरुद्ध हो गया है।

ठाणे जिले में भारी बारिश से भिवंडी शहर और ग्रामीण इलाके भी प्रभावित हुए हैं, खादीपार इलाके में 3 से 4 फीट तक पानी जमा हो गया है और कई घरों में पानी घुस गया है। तीन बत्ती, सब्जी मंडी, ईदगाह रोड, खादीपार इलाके में भी भारी मात्रा में बारिश का पानी जमा हो गया है। कल्याण इलाके में भी बारिश जारी है। उल्हास नदी का जलस्तर बढ़ने के कारण कल्याण-नगर मार्ग पर रायता पुल को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। नदी का जलस्तर अभी और बढ़ने की आशंका है।

रविवार रात से हो रही बारिश के कारण मुंबई-गोवा हाईवे भी बंद है। नदी का पानी सड़क पर आ जाने के कारण राजमार्ग पर बोरघर बस स्टॉप पर यातायात रोक दिया गया है। फिर भी कुछ वाहन चालक हिम्मत करके जान जोखिम में डाल कर पानी के बीच से वाहन निकालने की कोशिश कर रहे हैं।

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