
मीरजापुर (हि.स.)। भाजपा की डबल इंजन अब ट्रिपल इंजन की सरकार बनाने के लिए कमर कस चुकी है। लोकसभा चुनाव 2024 के पूर्व नगर निकाय चुनाव को भाजपा पूर्वाभ्यास मान रही है। नगर निकाय चुनाव संचालन समिति बागी होकर चुनाव लड़ रहे या पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल कार्यकर्ताओं-पदाधिकारियों से बात करेगी। उन्हें समझाएगी और मनाएगी। जो जिस काबिल होगा, उसे वैसा पद मिलेगा। नगर निकाय चुनाव संचालन समिति की बैठक में वाराणसी आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह निर्देश दिया था।
सूत्रों की मानें तो जिसके वार्ड और अपने क्षेत्र के मतदाता पहचानते नहीं, उन्हें भी महज यस सर की हुंकार भरने पर टिकट दे दिया गया। इससे नाराज भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज श्रीवास्तव अपनी ही पार्टी से बगावत पर उतर आए और नगर पालिका परिषद मीरजापुर के अध्यक्ष पद का भाजपा से टिकट न मिलने पर निर्दल उम्मीदवार के रूप में चुनाव मैदान में हैं।
नगर पालिका परिषद मीरजापुर की सीट पर लड़ाई रोचक
मीरजापुर में तीन नगर पालिका परिषद और एक नगर पंचायत को मिलाकर अध्यक्ष समेत कुल 104 सीट है। सबसे ज्यादा रोचक लड़ाई नगर पालिका परिषद मीरजापुर की सीट पर है, जिस पर भाजपा के मनोज जायसवाल काबिज थे। अब उनकी ही टीम के श्याम सुंदर केशरी को उम्मीदवार बनाया गया है। इसके चलते भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मनोज श्रीवास्तव ने बागी तेवर अपना लिया। करीब 53 वर्ष के मनोज ने 16 वर्ष की आयु से ही पार्टी के नीति-रीति पर काम करते रहे, लेकिन काफी कोशिश के बावजूद टिकट न मिलने से वे भाजपा से नाराज हैं। प्रदेश के सबसे विशाल श्रीरामनवमी शोभायात्रा का आयोजन करने वाले मनोज श्रीवास्तव निर्दल उम्मीदवार के रूप में युवा हुजूम और कट्टर हिंदुत्व के साथ चुनाव मैदान में जोरदार टक्कर देने की कोशिश में हैं।