ऋषिकेश। टीएचडीसीआईएल की ओर से तक्षशिला सतत आजीविका एवं सामुदायिक विकास केंद्र में आयोजित परिवर्तनकारी प्रशिक्षण कार्यक्रम एचआर रिट्रीट नेविगेटिंग इमर्जिंग ट्रेंड्स शुक्रवार को संपन्न हुआ। इस अवसर पर अपने विचार प्रकट करते हुए अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक आरके विश्नोई ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य विद्युत क्षेत्र के कार्यबल की बढ़ती आवश्यकताओं को पूर्ण करना और उन्हें आधुनिक मानव संसाधन तकनीकी समाधान प्रदान करना था
टीएचडीसीआईएल की प्रतिबद्धता के बारे में विस्तार से जानकारी प्रदान करते हुए विश्नोई ने कहा कि नेविगेटिंग इमर्जिंग ट्रेंड्स जैसे गतिशील प्रबंधन विकास कार्यक्रम विशेष लाभकारी रहते हैं, जो सीपीएसईज के सामने आने वाली आम चुनौतियों का समाधान करने के लिए मानव संसाधन क्षेत्र के अधिकारियों को एक साथ लाता है। निदेशक (कार्मिक) शैलेंद्र सिंह ने प्रतिभागियों की इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को लेकर प्रतिक्रिया की सराहना की, जिसमें टीएचडीसीआईएल, एसजेवीएन, रैटल एचपीसीएल, पीजीसीआईएल, आरईसी लिमिटेड, नीपको, यूजेवीएन लिमिटेड और एनएचपीसी जैसे प्रमुख सार्वजनिक क्षेत्र के संगठनों का प्रतिनिधित्व करने वाले अधिकारी शामिल थे।
उन्होंने समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अध्यक्षता करने के लिए नीपको के निदेशक (कार्मिक), मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) आरके झा की भी सराहना की। मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) आरके झा ने मानव संसाधन में शामिल तेजी से बदलती रणनीतियों से खुद को परिचित करने और धारण करने के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने संगठनात्मक प्रगति एवं लचीलेपन को प्रोत्साहित करने में प्रशिक्षण कार्यक्रमों के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने संगठनात्मक विशेषज्ञता हासिल करने में मानव संसाधन प्रथाओं की परिवर्तनकारी क्षमता पर भी जोर दिया।
अंत में शैलेंद्र सिंह ने सभी प्रतिभागियों, रिसोर्स पार्टनर आईआईएम सिरमौर और टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड की मानव संसाधन विकास टीम को उनके अथक प्रयासों और अद्वितीय समर्पण के लिए हार्दिक धन्यवाद दिया, जिसने कार्यक्रम को सफल बनाने में विशेष योगदान दिया। टीएचडीसीआईएल निरंतर सुधार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है और भविष्य में भी इस प्रकार के कार्यक्रम आयोजित करता रहेगा।